देहरादून। सेलाकुई बाजार में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक फैक्ट्री में आग लगने की खबर फैल गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड के वाहनों के सायरन गूंजने लगे। फैक्ट्री की ओर जा रहे अग्निशमन वाहनों को देखकर आसपास के लोग भी घटना स्थल की दौड़ पड़े।
आग लगने के कारण फैक्ट्री में काम कर रहे 10 कर्मचारी अंदर ही फंस गए। फायर कर्मियों ने फैक्ट्री के अंदर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर सभी कर्मचारियों को सकुशल बाहर निकाला, जिसके बाद आग पर भी काबू कर लिया गया। यह पूरी कवायद अग्निशमन विभाग की ओर से की गई मॉक ड्रिल थी।
दरअसल व्यवस्था परखने के लिए शनिवार को मॉकड्रिल किया गया।मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड़ पर रहा। फैक्ट्री के अंदर आग में फंसे लोगों को पुलिस की सहायता अस्पतालों में भर्ती कराया गया। एफएसओ ईसम सिंह ने बताया कि गर्मियों में आगजनी की घटनाएं अधिक होती हैं, जिसके चलते इन दिनों अग्नि सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जा रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को औद्योगिक इकाइयों में लगे अग्निशमन यंत्रों का उपयोग करने की जानकारी दी गई।
मॉक ड्रिल के माध्यम से कर्मचारियों को राहत एवं बचाव कार्य के बारे में बताया गया। मॉक ड्रिल के दौरान आग लगाकर दमकल के माध्यम से बुझाने की तरकीब भी बताई गई। एफएसओ ने बताया कि आगजनी की घटना पर पहला काम आग में फंसे लोगों को बाहर निकालना होता है। इस दौरान सुरेंद्र सिंह नेगी, संजय गुसाईं, विकास कुमार, जोगेंद्र सिंह, कीर्ति सिंह, नागेश मौर्य, मोनू कुमार आदि मौजूद रहे।