उत्तराखण्ड कुमाऊं क्राइम रामनगर

उत्तराखंड……नशे की लत ने बनाया तस्कर, गांजे की खेप बरामद

खबर शेयर करें -

रामनगर। पुलिस ने भारी मात्रा में गांजे के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। इसके कब्जे से 7 किलो गांजा बरामद हुआ है। वह नशे का आदी है और लत पूरी करने के लिए गांजा बेचने का काम करता है।

मुख्यमंत्री के वर्ष 2025 तक “नशा मुक्त देवभूमि” अभियान के सफल बनाने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा जनपद में चलाई जा रहे नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत  प्रभारी निरीक्षक अरूण कुमार सैनी के नेतृत्व में थाना क्षेत्रान्तर्गत अवैध नशे के कारोबार के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  पहले पत्नी पर हमला...अब पति को उतारा मौत के घाट—गांव में दहशत की चीखें!

इसके तहत पुलिस टीम तथा एआरटीओ संदीप वर्मा द्वारा सघन वाहन चैकिंग के दौरान पीडब्लूडी तिराहा पम्पापुरी से 200 मीटर आमडण्डा की तरफ पुख्ता सड़क से रिजवान पुत्र फरगून निवासी मौहल्ला सजन शाहाबाद रामपुर उ0प्र0 हाल पता शक्तिनगर पूछड़ी रामनगर  को 07.168 किग्रा अवैध गांजे के साथ गिरफ्तार कर थाने पर 8/20 एन0डी0पी0एस0 अधिनियम के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया।

यह भी पढ़ें 👉  कोर्ट का दबाव, सरकार की तैयारी...संविदा और उपनल कर्मियों को मिलेगी बड़ी सौगात

पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताया कि मै गांजा पीता हूं तथा ये गांजा मे सराईखेत से कम दामो में लेकर आता हूँ औऱ यहाँ अधिक पैसो मे छोटी छोटी पुड़िया में लोगों को बेचता हूँ । पुलिस टीम में एसएसआई मनोज नयाल, एसआई जोगा सिंह, कांस्टेबल बिजेन्द्र गौतम, रोहित कुमार शामिल रहे।

हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में