उत्तराखंड में स्वच्छता और सौंदर्यकरण को नई गति देते हुए प्रमुख चौराहों और प्रवेश मार्गों को आकर्षक बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी उद्देश्य के तहत हरिद्वार को मॉडल जिला बनाने के लिए जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बाद अभियान तेज कर दिया है। सभी एंट्री प्वाइंट्स और प्रमुख चौकों पर सफाई एवं सौंदर्यकरण कार्य को गति दी जा रही है, जिसकी निगरानी जिलाधिकारी मयूर दीक्षित स्वयं कर रहे हैं।
डीएम मयूर दीक्षित के अनुसार अभियान की शुरुआत चिड़ियापुर, भगवानपुर, खानपुर और नारसन बॉर्डर से होगी, जहां भव्य और आकर्षक प्रवेश द्वार तैयार किए जाएंगे। ये प्रवेश द्वार इस तरह बनाए जाएंगे कि हरिद्वार की सीमा में प्रवेश करते ही लोगों का स्वागत स्वच्छता और सुंदरता के संदेश के साथ हो।
अभियान को प्रभावी बनाने के लिए जिलाधिकारी ने एचआरडीए, नगर निगम, जिला पंचायत, पीडब्ल्यूडी और राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई विभागों के अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि हरिद्वार उत्तराखंड का मुख्य प्रवेश द्वार है, ऐसे में चौक-चौराहों, मुख्य सड़कों और हाईवे के सौंदर्यकरण को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जा रहा है।
डीएम ने बताया कि न केवल नए प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे, बल्कि जहां पहले से द्वार मौजूद हैं, उनका भी उन्नयन और सौंदर्यकरण किया जाएगा। यह प्रयास हरिद्वार में प्रवेश करने वाले यात्रियों को “स्वच्छ, व्यवस्थित और आकर्षक” शहर का अनुभव देने के उद्देश्य से किए जा रहे हैं। सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ तेज गति से कार्य करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
मयूर दीक्षित ने यह भी स्पष्ट किया कि हरिद्वार को मॉडल जिला बनाने में जनता की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है। कई सामाजिक संगठनों और बड़ी कंपनियों, विशेषकर भेल, ने अभियान में सहयोग की सहमति दी है और कुछ ने कार्य भी शुरू कर दिए हैं। डीएम ने आम नागरिकों से अपील की कि वे प्रशासन के प्रयासों में सहभागिता कर हरिद्वार को स्वच्छ और सुंदर बनाने में योगदान दें।


