उत्तराखंड में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। ऋषिकेश कोतवाली क्षेत्र से शादी का झांसा देकर नाबालिग लड़कियों को भगा लिया गया। इस मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान प्रकाश मिश्रा (19 वर्ष), निवासी श्यामपुर फाटक, मनसा देवी मोहल्ला, थाना कोतवाली, ऋषिकेश, जनपद देहरादून और गुड्डू राम (20 वर्ष), निवासी शीशम झाड़ी, थाना मुनि की रेती, जनपद टिहरी गढ़वाल के रूप में हुई है।
बुधवार को थाना मुनि की रेती में एक व्यक्ति द्वारा अपनी नाबालिग पुत्री और उसकी सहेली के अचानक लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई। शिकायत के अनुसार, दोनों नाबालिग लड़कियों को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा शादी का झांसा देकर भगाया गया था। पुलिस ने उपनिरीक्षक किशन देवरानी को मामले की विवेचना सौंपी।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने प्रभारी निरीक्षक मुनि की रेती के नेतृत्व में विभिन्न टीमों का गठन किया। पुलिस ने नाबालिग अपहर्ताओं की बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीसीटीवी कैमरा चेकिंग, होटल की जांच, नाबालिग के सहपाठियों से पूछताछ, और मोबाइल सर्विलांस का सहारा लिया।
लगभग 200 सीसीटीवी कैमरों की जांच के बाद, सर्विलांस और मैनुअल सूचना से पता चला कि आरोपियों की लोकेशन हरिद्वार, मेरठ, और लुधियाना में थी। इसके आधार पर पुलिस टीम ने बंदा पुल, निकट बस स्टैंड ऋषिकेश के पास से दोनों युवकों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से दोनों नाबालिगों को बरामद किया।
गिरफ्तार किए गए युवकों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने शादी करने के लिए दोनों लड़कियों को 10 सितंबर को भगाया था। इस मामले में धारा 65(1) बी0एन0एस0 और 3/4 पोक्सो अधिनियम की वृद्धि की गई। आरोपियों को रिमांड के लिए अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने इस केस की जांच पूरी कर ली है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।