उत्तराखंड की नदियों में जल्द ही बेल्चे-फावड़ों की खनक सुनाई देने लगेगी। राज्य में वन निगम ने खनिज निकासी की तैयारियां तेज कर दी हैं। जहां नदी का जलस्तर कम है, वहां खनिज निकासी शुरू भी हो गई है।
राज्य में वन निगम गौला, कोसी, शारदा, दाबका, नंधौर, जाखन-एक सहित कुल 13 नदियों में खनिज निकासी का कार्य करता है। पिछले सत्र में 61 लाख घनमीटर से अधिक खनिज निकाला गया था, जिससे 196 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। इस मानसून में अच्छी बारिश के चलते नदियों में खनिज अधिक आने और निकासी के बढ़ने की संभावना है।
वन निगम के आरएम महेश आर्या ने बताया कि अभी गौला और नंधौर जैसी नदियों में जलस्तर बढ़ा हुआ है, इसलिए खनन कार्य शुरू नहीं हो सका। खनिज निकासी के लिए खनन वाहनों के पंजीकरण नवीनीकरण और नदियों में खनिज का आकलन सर्वे शुरू कर दिया गया है। जाखन-एक का भोगपुर गेट पहले ही खोल दिया गया है, जबकि जाखन-2 का माजरी गेट शनिवार को खोलने की तैयारी है।


