पेट्रोल पंप कारोबारी की हत्या मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किए सात आरोपी
रुड़की। पेट्रोल पंप मालिक जोगेंद्र हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने मृतक के बेटे समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या की साजिश मृतक के बेटे द्वारा रची गई थी और अपने दोस्तों से इस वारदात को अंजाम दिलवाया था। आरोपियों के पास से घटना में इस्तेमाल हथियार और एक कार व बाइक बरामद की गई है। एसएसपी ने खुलासा करने वाली टीम को दस हजार रुपये और आईजी ने 15 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।
रुड़की गंगनहर कोतवाली में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि 27 दिसंबर की रात पनियाला रोड पर पेट्रोल पंप के स्वामी जोगेंद्र चौधरी की कुछ युवकों ने उनके कार्यालय में ही ताबड़तोड़ गोलियां बरसाते हुए हत्या कर दी थी। मृतक की पत्नी की तहरीर पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। मामले में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया, जिनके द्वारा सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस और मुखबिर आदि के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की गई।
एसएसपी ने बताया कि जांच में सामने आया है कि मृतक का बेटा अनुराग नशे का आदि है और आपराधिक किस्म के युवाओं के साथ उसका मिलना जुलना है। पता लगा कि एक अपराधी प्रिंस खटाना जो कि नोएडा का निवासी है, उसकी अनुराग से दोस्ती है. वह 27 दिसंबर को रुड़की आया था. इसके बाद पुलिस ने प्रिंस खटाना को गिरफ्तार किया. प्रिंस ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने अनुराग के कहने पर जोगेंद्र की हत्या की है। प्रिंस की निशानदेही पर तीनों शूटरों को पुलिस ने नोएडा से गिरफ्तार किया. इसके साथ ही आरोपियों को मोटरसाइकिल उपलब्ध करवाने वाले अंशुल की गिरफ्तारी की।
वहीं सबूतों के आधार पर जब मृतक के बेटे अनुराग की गिरफ्तारी की गई तो अनुराग ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह नशे का आदि है और उसकी दोस्ती भी ऐसे ही युवाओं से है। उनके खर्च उठाने के लिए उसे घर से पैसे आदि चोरी करने पड़ते थे। आरोपी ने बताया कि नशे की आदतों और ऐसे युवाओं से दोस्ती पर उसके पिता उसे रोकते-टोकते थे और उसके साथ मारपीट कर घर में भी बन्द कर दिया था।
इसके बाद अनुराग ने अपने पिता की हत्या का प्लान बनाया और अपने अपराधिक किस्म के दोस्तों के जरिए प्रिंस खटाना तक पहुंचा। प्रिंस खटाना पर पहले भी हत्या का मुकदमा दर्ज है। प्रिंस से बात करके अनुराग ने कहा कि उसके पिता की मौत के बाद सारी प्रॉपर्टी उसके नाम आ जाएगी और वह उस प्रॉपर्टी में से समय समय पर कुछ पैसे प्रिंस को देता रहेगा। डील पक्की होने पर प्रिंस खटाना शूटरों के साथ रुड़की आया और ऑफिस में अकेले बैठे जोगेंद्र की गोलियां मारकर हत्या कर दी।