घर से सजधज कर निकलना और फिर ऑटो में बैठकर एक के बाद एक पुरुषों को फंसाना, यह कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि दो शातिर बहनों की असली करतूत है। यह बहनें अपनी शातिराना चालों से अकेले पुरुषों को निशाना बनाती थीं और उन्हें लूटकर बर्बाद कर देती थीं। इन बहनों का पूरा खेल एक ऑटो ड्राइवर के सहयोग से चलता था।
यह घटनाएं ताजगंज थाना क्षेत्र में घटित हो रही थीं, जहां इन दोनों बहनों ने अपने हुस्न का जाल फैलाकर कई पुरुषों को लूटा था। इन दोनों बहनों का तरीका कुछ यूं था – सबसे पहले, वह अकेले घूम रहे पुरुषों को आकर्षित करतीं और फिर उन्हें अपने साथ बैठने के लिए कहतीं।
ऑटो में बैठकर वह उन्हें अपने हुस्न का दिखावा करतीं और मौका पाते ही वह लूटपाट करने में जुट जातीं। लूटने के बाद, वे युवक को ऑटो से धक्का देकर नीचे गिरा देतीं और जो कुछ भी उनके पास होता, जैसे मोबाइल, पैसे, चेन, सब छीन लेतीं। इन दोनों बहनों को इस काम में एक ऑटो ड्राइवर की मदद भी मिलती थी, जो लूट के बाद अपना हिस्सा लेता था।
पुलिस को कई दिनों से शिकायतें मिल रही थीं कि इन दोनों बहनों और ऑटो ड्राइवर का गिरोह शिकार बनाकर लूटपाट कर रहा है। शिकायतों के आधार पर पुलिस ने इन तीनों की तलाश शुरू की। पूछताछ के दौरान यह पता चला कि गिरफ्तार दोनों बहनें शाहगंज थानाक्षेत्र की रहने वाली हैं।
गिरफ्तारी के बाद, दोनों बहनों ने पुलिस से जुर्म कबूल किया और बताया कि उन्होंने यह तरीका फिल्म “बंटी-बबली” देखकर सीखा था। बहनों ने पुलिस को बताया कि वे घर से फोन छोड़कर बाहर निकलतीं और राहगीरों से मोबाइल लेकर ऑटो ड्राइवर को कॉल करतीं। फिर वह शहर भर में घूमतीं और युवक को अपने जाल में फंसा लेतीं। लूटपाट करने के बाद वे ऑटो ड्राइवर को उसका हिस्सा भी देती थीं।
पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया है और अब इन्हें जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। इस पूरी घटना ने शहरवासियों को हैरान कर दिया है, और पुलिस का मानना है कि इनकी गिरोह की और भी शिकारियां हो सकती हैं।