उत्तराखण्ड क्राइम गढ़वाल देहरादून

संपत्ति का लालच……पहले महिला से रचाया दूसरा विवाह, अब कर डाली यह घिनौनी हरकत

खबर शेयर करें -

देहरादून। संपत्ति के लालच में दूसरे पति और ससुराल वालों ने महिला के साथ मारपीट कर दी। साथ ही महिला को बच्चों सहित घर से निकाल दिया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर पति सहित छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मंगलौर कोतवाली पुलिस को लंढौरा निवासी सोनिया ने तहरीर देकर बताया कि वर्ष 2015 में उसकी शादी राकेश निवासी आनंदपुरी, मुजफ्फरनगर के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज के लिए परेशान करने लगे। वर्ष 2021 में उसके पति की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। इस पर ससुराल वालों ने पति के भाई संदीप से उसकी शादी कर दी थी।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड.....इस दिन होगी डीएलएड प्रवेश परीक्षा, बनाए गए 225 केंद्र

आरोप है कि पहले पति की मौत के बाद से ही ससुराल वाले उसकी संपत्ति अपने नाम करवाने को लेकर मारपीट करने लगे। दूसरा पति भी उनके साथ होकर संपत्ति अपने नाम पर करने का दबाव बनाने लगा। आरोप है कि विरोध करने पर इसी साल फरवरी माह में ससुराल वालों ने मारपीट कर उसके दो बच्चों के साथ घर से निकाल दिया।

यह भी पढ़ें 👉  हैवान बना पिता!..... दो बच्चों को कुल्हाड़ी से काटा, पत्नी को भी नहीं बख्शा

कोतवाली प्रभारी अमरचंद शर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर संदीप, राजपाल, कविता, मुकेश, सचिन और संध्या निवासी मोहल्ला आनंदपुरी, मुजफ्फरनगर के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

यह भी पढ़ें 👉  मातम में बदली खुशियां.....शादी में गोली लगने से बच्चे की मौत, मचा कोहराम
हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में