नईदिल्ली। होली त्यौहार से पहले बैंक कर्मचारियों को बड़ा तोहफा मिला है। बैंक कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी और हफ्ते में 5 दिन काम करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने का रास्ता खुल गया है। भारतीय बैंक संघ और बैंक कर्मचारी यूनियनों ने 17 प्रतिशत की सालाना वेतन वृद्धि पर सहमति व्यक्त की है, जिससे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर लगभग 8,284 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वार्षिक बोझ पड़ेगा।
नवंबर 2022 से प्रभावी होने वाले इस फैसले से करीब 8 लाख बैंक कर्मचारियों को फायदा होगा। इससे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर सालाना 8,284 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। आईबीए, बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों के संगठनों के साथ बातचीत कर वार्षिक वेतन में संशोधन करता है। इस बीच, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन ने कहा कि सभी शनिवारों को बैंक कर्मचारियों के लिए छुट्टियों के रूप में मंजूरी देने पर भी सहमति जताई गई है। लेकिन कामकाज के घंटों में संशोधन का प्रस्ताव सरकार की अधिसूचना के बाद प्रभावी होगा।
बैंकों के संगठन IBA के सीईओ सुनील मेहता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स ’पर एक पोस्ट में कहा कि IBA और UFBU, AIBOA, AIBASM और BKSM ने बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए वेतन संशोधन के संबंध में नौंवें संयुक्त नोट और 12वें द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह 1 नवंबर, 2022 से प्रभावी होगा। बैंक अधिकारियों के संगठन ने कहा कि नए वेतनमान का निर्धारण 8088 पॉइंट्स के महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) और उस पर अतिरिक्त भार को मिलाकर किया गया है।
नए वेतन समझौते के तहत सभी महिला कर्मचारियों को मेडिकल सर्टिफिकेट के बिना भी हर महीने एक दिन की बीमारी की छुट्टी (sick leave) लेने की इजाजत होगी। एक्युमुलेटेड प्रिवलेज लीव (पीएल) को रिटायरमेंट के समय या सर्विस के दौरान कर्मचारी की मौत होने पर 255 दिनों तक भुनाया जा सकता है। रिटायर्ड कर्मचारियों के मामले में इस बात पर सहमति बनी है कि मंथली एक्स-ग्रेशिया अमाउंट का भुगतान, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की ओर से भुगतान की जाने वाली पेंशन/पारिवारिक पेंशन के अतिरिक्त किया जाएगा। यह राशि उन पेंशनभोगियों और पारिवारिक पेंशनभोगियों को मिलेगी, जो 31 अक्टूबर 2022 या उससे पहले पेंशन पाने के पात्र बन गए हैं। इस तारीख को रिटायर होने वाले लोग भी इसके दायरे में आएंगे।