उत्तराखंड विधानसभा में यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बहस के दौरान उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब कांग्रेस के एक विधायक ने अयोध्या में रामलला की स्थापित मूर्ति के रंग पर सवाल उठा दिया। कांग्रेस विधायक आदेश सिंह चौहान ने बुधवार को विधानसभा में रामलला पर अपनी टिप्पणी से विवाद खड़ा कर दिया।
चौहान ने कहा, ‘इस (यूसीसी) पर ज्यादा चर्चा नहीं हुई। लेकिन संसीदय कार्यमंत्री (प्रेम चंद्र अग्रवाल) ने कई बार राम मंदिर का संदर्भ दिया कि राम मंदिर बन गया। यह अच्छी बात है। मैंने जितना ग्रंथों में पढ़ा है हमारे भगवान राम सांवले थे, लेकिन इन्होंने उन्हें काला बना दिया, मैं इसे समझ नहीं पा रहा।’
उनकी बात का जवाब देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल ने कहा, ‘आदरणीय स्पीकर मैडम, यह हमारे देश के लिए बहुत दुर्भाग्य है कि वोट बैंक और ध्रुवीकरण की वजह से यूसीसी (उनके समय में) नहीं लिया गया।’ इस पर सत्ता और विपक्ष में जोरदार बहस हुई। अग्रवाल ने कहा, ‘इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’ इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्य जय श्री राम के नारे लगाने लगे। यह पहली बार नहीं था जब यूसीसी पर बहस के दौरान राम मंदिर का जिक्र किया गया।
विधानसभा में मंगलवार को पेश किए गए समान नागरिक संहिता पर दूसरे दिन भी बहस हुई। सत्ता पक्ष के कई विधायकों ने चर्चा में राम मंदिर का भी जिक्र किया और इसे नरेंद्र मोदी सरकार के लिए उपलब्धि बताया। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज जब भाषण में राम मंदिर पर बोलने लगे तो कांग्रेस विधायकों को यह कहना पड़ा कि वह यूसीसी के गुण -दोष के बारे में बताएं, राम मंदिर के विषय में नहीं। स्पीकर ऋतु खंडूरी भूषण ने विधायकों को याद दिलाया कि वे बिल पर केंद्रित रहें।