उत्तराखण्ड एक्सीडेंट गढ़वाल देहरादून हिल दर्पण

उत्तराखंड में हादसा……….सड़क पर पलटी बेकाबू बस, यात्रियों में मची चीख-पुकार

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में बड़ा हादसा टल गया। यहां बद्रीनाथ कोतवाली क्षेत्र के हनुमान चट्टी से ढाई किलोमीटर आगे बेनाकुली के पास एक बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में एक महिला घायल हो गई। बताया जा रहा है बस में 24 लोग सवार थे। सूचना पर चौकी हनुमान चट्टी/कोतवाली श्री बद्रीनाथ से पुलिस बल मौके पर पहुंचा। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यह भी पढ़ें 👉  केदारनाथ उपचुनाव.... पहले राउंड में इस प्रत्याशी ने बनाई बढ़त

पुलिस के मुताबिक, गुरूवार की प्रातः डीसीआर के माध्यम से कोतवाली श्री बद्रीनाथ सूचना मिली कि हनुमान चट्टी से ढाई किलोमीटर आगे बेनाकुली के पास वाहन संख्या यूके -08-पीए-1335 (महिंद्रा मिनी बस) अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गई है। सूचना पर चौकी हनुमान चट्टी/कोतवाली श्री बद्रीनाथ से पुलिस बल मौके पर पहुंचा तो पता चला कि बस में 24 लोग सवार थे जो उड़ीसा के रहने वाले हैं।

यह भी पढ़ें 👉  केदारनाथ सीट........10वां राउंड- भाजपा को भारी बढ़त, फैसले में कुछ देर का और इंतजार

वे श्री बद्रीनाथ से दर्शन कर वापस जा रहे थे। दुर्घटना में एक महिला जोशना को हल्की-फुल्की चोटे आई है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद 108 के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पांडुकेश्वर भेज दिया गया है। बाकि सभी यात्री ठीक हैं। जिन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था की जा रही है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड मौसम.....गिर रहा पारा, जताई जा रही ये संभावना
हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में