उत्तराखण्ड क्राइम सुसाइड हरिद्वार हिल दर्पण

सनसनीखेज……….पेड़ में लटका मिला युवक का शव, जताई आ रही ये आशंका

खबर शेयर करें -
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले की रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में सोमवार सुबह पेड़ से लटका हुआ एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पेड़ से नीचे उतारा अैर शव की शिनाख्त के प्रयास किए। शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है। जिस पर पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।
यह भी पढ़ें 👉  शादी में बखेड़ा......वरमाला के बाद टूटा रिश्ता, बैरंग लौटी बारात
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह रानीपुर कोतवाली पुलिस को बीएचईएल फाउंड्री गेट के पास जंगल में पेड़ से लटका हुआ एक शव मिलने की सूचना मिली। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आम के पेड़ पर एक व्यक्ति लटका हुआ पाया। मृतक के गले में नायलॉन की रस्सी का फंदा बना था। शव देखने में कई दिन पुराना है।
यह भी पढ़ें 👉  देवर-भाभी के अवैध सम्बन्ध..... नौवीं के छात्र ने कर डाला खौफनाक कांड, ऐसे खुला राज
पुलिस ने शव को पेड़ से नीचे उतारा गया तथा शिनाख्त का प्रयास किया। शव के दाहिने हाथ में कलावा व कलाई पर अंग्रेजी, हिंदी में सौरभ लिखा हुआ है तथा बाएं हाथ की हथेली के पीछे ओम गुदा हुआ है। शव की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर मोर्चरी में भिजवाया दिया है। प्रथम दृष्टया मौत का कारण फांसी लगाकर आत्महत्या करना प्रतीत हो रहा है। मृतक की उम्र करीब 28—30 वर्ष व कद 5 फुट 7 इंच के करीब बताया गया है।
यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड में हादसा..... जीप खाई में गिरी, चालक की मौत
हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में