उत्तराखंड के चमोली जिले के देवाल के ऐरठा गांव में हुए भजन लाल हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बकरी के पैसे न चुकाने पर उसे तालाब में डुबोकर मौत के घाट उतारा गया। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि छह मई को देवाल ब्लाक के ऐरठा गांव के भजन राम का शव संदिग्ध परिस्थितियों में उनके गांव से लगभग पांच सौ मीटर दूर गदेरे में मिला था। मृतक भजन राम अपने घर से पास के किसी गांव में शादी समारोह में शामिल होने के गया था। मृतक के पुत्र भवान राम ने पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि उनके साथ तीन और लोग थे।
पिता की मौत को संदिग्ध बताते हुए भवान राम ने जांच की मांग की थी। मामले को संवेदशनशील देखते हुए पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार के निर्देश और पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद शाह के मार्गदर्शन में थानाध्यक्ष देवेंद्र पंत ने इसकी जांच की। देवेंद्र पंत ने बताया कि जांच में मौड़ा गांव निवासी महेंद्र सिंह पुत्र दिलीप सिंह ने भजन राम की हत्या की बात कबूली।
थानाध्यक्ष ने बताया कि तीन साल पहले मृतक भजन राम ने महेंद्र सिंह कुछ बकरियां बिना पूछे बेच दी। और महेंद्र के बार-बार मांगे जाने पर भी पैसा नहीं दिया। छह मई को महेंद्र और भजनराम ने साथ में शराब पी। और फिर महेंद्र ने गदेेरे में भजनराम को धक्का दे दिया। जिससे भजनराम गदेरे में बने तालाब में गिर गया। महेंद्र ने कुछ देर तक भजनराम को पानी भी दबाकर रखा। जिससे भजनराम की मौत हो गई। थानाध्यक्ष पंत ने बताया कि आरोपी को न्यायालय में पेश किया जा रहा है।