वीआईपी समोसे ने राजनितिक भूचा ला दिया है। हिमाचल प्रदेश में सीआईडी द्वारा फाइव स्टार होटल से मुख्यमंत्री के लिए मंगवाए गए समोसे की जांच शुरू करने के बाद, विपक्षी दल भाजपा ने इस मुद्दे पर कांग्रेस सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा का कहना है कि समोसे की जांच के मामले ने प्रदेश को पूरे देश में हास्य का विषय बना दिया है, और यह कांग्रेस सरकार की नाकामी को उजागर करता है।
शनिवार को भाजपा युवा मोर्चा ने शिमला में शेरे पंजाब से लोअर बाजार तक “समोसा जलूस” निकाला। युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हाथों और प्लेटों में समोसे रखकर इस जांच को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मार्च का आयोजन भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज की अध्यक्षता में हुआ।
समोसे के लिए सीआईडी जांच, सरकार का ध्यान भटकाने की कोशिश
भा.ज.पा. युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज ने इस मुद्दे को लेकर तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा, “प्रदेश में बेरोजगारी बढ़ रही है, युवा सरकार से नौकरियों की उम्मीद लगाए बैठे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के समोसे गायब होने पर सीआईडी को जांच बैठानी पड़ी। क्या यह सरकार की प्राथमिकताएं हैं?” तिलक राज ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने हिमाचल को पूरे देश में हंसी का पात्र बना दिया है। उन्होंने कहा कि कभी टॉयलेट टैक्स तो कभी समोसे की जांच, हिमाचल में सरकार की क्या स्थिति हो गई है?
सिस्टम की खामियों पर उठे सवाल
तिलक राज ने आगे कहा, “प्रदेश में कानून-व्यवस्था की हालत खराब है, नशा युवाओं की जिंदगी को तबाह कर रहा है, और सरकार को मुख्यमंत्री के समोसे की चिंता सता रही है।” उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के 204 स्कूलों के 7,500 छात्रों पर हुए सर्वे में 9.02% किशोरों का ड्रग्स इंजेक्शन लेने का मामला सामने आया है। इसके अलावा, नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती 1,170 युवाओं में से 35% चिट्टे के लती हैं। तिलक ने कहा कि सरकार को इन गंभीर मुद्दों पर ध्यान देने की बजाय, समोसे के विवाद में उलझने की चिंता सता रही है।
हिमाचल में बदलाव की आवश्यकता
भा.ज.पा. ने इस मुद्दे को एक और उदाहरण के रूप में पेश किया कि कैसे राज्य में प्रशासनिक सुधार की जरूरत है। तिलक ने कहा, “हिमाचल में व्यवस्था परिवर्तन का दौर चल रहा है, लेकिन शायद सरकार की तरफ से यही ‘व्यवस्था परिवर्तन’ है।” भाजपा ने कांग्रेस सरकार से यह सवाल उठाया कि जब राज्य में इतने गंभीर समस्याएं हैं, तो समोसे के विवाद पर जांच क्यों शुरू की गई।