बड़े सियासी ड्रामे के बीच हरियाणा के रोहतक में जिला परिषद सदस्य ने अपने बेटे के अपहरण के आरोप जिला परिषद अध्यक्ष मंजू हुड्डा पर लगाए हैं। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच जुबानी जंग जारी है। खास बात है कि हुड्डा ने हाल ही में संपन्न हरियाणा विधानसभा चुनाव में रोहतक जिले की ही गढ़ी सांपला किलोई सीट से कांग्रेस दिग्गज भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ चुनाव लड़ा था।
ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, रोहतक जिला परिषद की सदस्य नीलम खत्री के 10 वर्षीय बेटे का इस्माइला गांव से कथित तौर पर अपहरण हो गया था। उनके पति एडवोकेट जगबीर खत्री के आरोप हैं कि किडनैप करने वालों ने उनकी पत्नी को कॉल कर धमकी दी है। जगबीर के अनुसार अपहरणकर्ताओं ने धमकी दी है कि अगर जिला परिषद अध्यक्ष मंजू हुड्डा के पक्ष में मतदान नहीं किया, तो वे बेटे को मार देंगे।
जिला परिषद में क्या है बवाल
दरअसल, जिला परिषद के 14 में से 10 सदस्य अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं। इसे लेकर बुधवार को बैठक भी बुलाई गई है। अखबार के अनुसार, जगबीर ने कहा, ‘अध्यक्ष के पक्ष में मतदान के लिए दबाव डालने के लिए बैठक से दो दिन पहले हमारे बेटे को किडनैप कर लिया गया। हमने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।’
क्या बोलीं मंजू हुड्डा
रिपोर्ट के मुताबिक, हुड्डा ने आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि किडनैपिंग की बात का पता चलने पर उन्हें परिषद सदस्य को मदद की पेशकश की थी, लेकिन वह उन्हें ही निशाना बना रहीं हैं। हुड्डा ने इन आरोपों को अस्वीकार्य और गलत बताया है। उन्होंने कहा, ‘जिला परिषद सदस्य मुझे लंबे समय से निशाना बना रहे हैं, लेकिन मैंने कभी उनके खिलाफ न कुछ कहा और न कुछ किया। अब उन्होंने सभी सीमाएं पार कर दी हैं और मैं भी इस संबंध में उचित कार्रवाई करूंगी।’