एक दिलचस्प घटना में दुल्हन को अपनी शादी से कुछ घंटे पहले धरने पर बैठना पड़ा, और वह भी अपने पिता की जमीन को बचाने के लिए। मामला किसी पारिवारिक विवाद से नहीं बल्कि सरकारी अफसरों द्वारा जमीन अधिग्रहण से जुड़ा था।
जानकारी के अनुसार, यूपी के बागपत जिले के बिजरौल गांव के निवासी देशपाल की करीब 5 एकड़ जमीन पहले ही दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर के लिए अधिग्रहित की जा चुकी थी। अब प्रशासन ने फिर से उनकी एक बीघा जमीन के अधिग्रहण की योजना बनाई थी। इसके खिलाफ गांव के लोग, खासकर देशपाल के परिवार ने विरोध किया था।
उसी दिन, जब देशपाल की बेटी वंशिका की शादी के लिए बारात आनी वाली थी, खबर आई कि एनएचएआई की टीम और पुलिस बल जमीन अधिग्रहण के लिए आ रहे हैं। इस पर वंशिका और उसके परिवार के लोग मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। दुल्हन वंशिका ने अफसरों से आग्रह किया कि 16 अप्रैल को आपत्ति की सुनवाई है, तब तक कार्रवाई रोकी जाए, और आज उसकी शादी है।
आरोप है कि इस पर एक सरकारी इंजीनियर ने वंशिका को धमकी दी, कहकर “चुपचाप अपनी शादी करा लो, वरना ऐसी शादी कराएंगे कि जिंदगी भर याद रखोगी।” इस धमकी से धरने पर बैठे लोग आक्रोशित हो गए और नारेबाजी शुरू कर दी। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने बीच-बचाव किया, और अफसरों को बिना किसी कार्रवाई के लौटना पड़ा।
इसके बाद वंशिका ने परिवार के साथ घर लौटकर शादी की रस्में पूरी की। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि वंशिका ने न केवल अपनी शादी बल्कि अपनी ज़मीन को भी बचाने के लिए साहसिक कदम उठाया।