महाकुंभ मेला में बुधवार तड़के भगदड़ की घटना के बाद अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान स्थगित करने का निर्णय लिया था, लेकिन अब परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने स्पष्ट किया है कि परंपरा को बनाए रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जब भीड़ कम हो जाएगी, तब अखाड़ों के साधु संत अमृत स्नान करेंगे, ताकि यह धार्मिक परंपरा जारी रहे।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में उच्च अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई है, ताकि घटना की जांच और राहत कार्यों की स्थिति पर विचार किया जा सके। हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बातचीत की और महाकुंभ में चल रहे राहत और बचाव कार्यों की अपडेट ली।
हादसे में घायल हुए कई श्रद्धालुओं को तुरंत एंबुलेंस द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल, घटनास्थल पर स्थिति सामान्य बताई जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें और जहां हैं वहीं स्नान करें। सुरक्षा की दृष्टि से मेला प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के उपायों पर जोर दिया है।
अखाड़ा परिषद के निर्णय के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि जब भीड़ की स्थिति सामान्य होगी, तब वे परंपरागत रूप से अमृत स्नान करेंगे, जिससे श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्था भी बनी रहेगी।