उत्तराखंड कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए बड़ा कदम उठाया है। पार्टी ने पूर्व प्रदेश सचिव को छह वर्षों के लिए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई कांग्रेस संविधान की धारा 19 (च) (4) के तहत की गई है।
प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य सचिव धनीलाल शाह द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि पूर्व प्रदेश सचिव अविनाश शर्मा ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ विद्रोह करते हुए दूसरे प्रत्याशी को मैदान में उतारा, जो पार्टी की नीति और अनुशासन के खिलाफ है।
इसके अलावा, विधानसभा चुनाव 2022 और हाल में हुए नगर निकाय चुनाव 2025 में भी उन्होंने कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों का विरोध करते हुए विपक्षी दलों के पक्ष में सक्रिय भूमिका निभाई। पहले उन्हें मौखिक चेतावनी भी दी गई थी, लेकिन उनके व्यवहार में कोई सुधार नहीं आया।
पार्टी ने कहा है कि अविनाश शर्मा की गतिविधियों से संगठन की छवि को गंभीर क्षति पहुंची है। ऐसे में पार्टी नेतृत्व ने यह फैसला लेते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है। कांग्रेस ने साफ किया है कि अनुशासनहीनता को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पार्टी विरोधी कार्यों में संलिप्त किसी भी नेता या कार्यकर्ता पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।