भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव चरम पर है। भारतीय सेना ने शुक्रवार रात जम्मू के पास एक सटीक और करारा जवाबी हमला करते हुए पाकिस्तान की एक फ्रंटलाइन पोस्ट और आतंकी लॉन्च पैड को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। खुफिया जानकारी के आधार पर की गई इस कार्रवाई में वह ड्रोन लॉन्च साइट भी शामिल थी, जहां से पाकिस्तान लगातार भारत पर हमले कर रहा था।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की सेना और आतंकियों की मिलीभगत से सीमा के नजदीक आतंक के अड्डे बनाए गए थे। इन्हीं अड्डों से ट्यूब लॉन्च ड्रोन के जरिए भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा था। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में इन ठिकानों को सटीक निशाना बनाते हुए तबाह कर दिया। साथ ही, पाकिस्तान की ओर से की जा रही एलओसी शेलिंग वाली पोस्ट को भी खत्म कर दिया गया है।
भारतीय रक्षा बलों ने बताया कि पाकिस्तान ने शुक्रवार रात श्रीनगर हवाई अड्डे सहित उत्तर और पश्चिम भारत के 26 स्थानों को ड्रोन से निशाना बनाने की कोशिश की, जिसे पूरी तरह नाकाम कर दिया गया। इन हमलों में तुर्किए से मिले 300 से 400 सशस्त्र ड्रोन शामिल थे, जिन्हें लेह से लेकर सर क्रीक तक के इलाकों में दागा गया।
ड्रोन बारामूला, श्रीनगर, अवंतीपोरा, नगरोटा, जम्मू, फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, जैसलमेर, बाड़मेर और भुज जैसे संवेदनशील इलाकों में देखे गए। कई ड्रोन और उनकी मिसाइलों को भारत के आधुनिक डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया।
पंजाब के फिरोजपुर में एक सशस्त्र ड्रोन ने नागरिक क्षेत्र को निशाना बनाया, जिससे एक स्थानीय परिवार का सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं, श्रीनगर हवाई अड्डे और अवंतीपोरा एयरबेस सहित कई सैन्य प्रतिष्ठानों पर ड्रोन हमलों को समय रहते निष्क्रिय कर दिया गया।
रक्षा अधिकारियों के मुताबिक, लगातार दूसरी रात सीमावर्ती जिलों में भय और अंधकार छाया रहा। जैसे ही पाकिस्तान की ओर से ड्रोन देखे गए, सायरन बजा दिए गए और लोगों को सार्वजनिक घोषणाओं के जरिए घरों की लाइटें बंद करने के निर्देश दिए गए। जम्मू, श्रीनगर, जोधपुर और जैसलमेर सहित कई जिलों में लोग पूरी रात सतर्क रहे।
भारत सरकार ने पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसने भारतीय हवाई हमलों से बचने के लिए अपने नागरिक विमानों का इस्तेमाल “मानव ढाल” के रूप में किया, जिससे क्षेत्रीय हवाई यातायात को बड़ा खतरा पैदा हुआ।