आयकर विभाग ने उदयपुर के प्रमुख परिवहन व्यवसायी, टीकम सिंह राव और उनके छोटे भाई गोविंद सिंह राव से जुड़े 23 स्थानों पर चार दिन तक छापेमारी की।
यह छापेमारी राजस्थान और मुंबई के विभिन्न शहरों में की गई, जिसमें 137 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब संपत्ति जब्त की गई। इसमें 50 किलोग्राम सोना और 5 करोड़ रुपये नकद शामिल हैं। छापेमारी के दौरान यह खुलासा हुआ कि राव ने अपनी अघोषित संपत्ति का निवेश लक्जरी कारों, रियल एस्टेट और होटल उद्योग में किया था।
आयकर अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी में अब तक की सबसे बड़ी सोने की बरामदगी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि कुल 50 किलो सोना बरामद किया गया, जिसमें से 45 किलो अघोषित था। 29 नवंबर को राव के उदयपुर स्थित घर से 25 किलो सोना और 3 करोड़ रुपये नकद मिले, जबकि 30 नवंबर तक सात बैंक लॉकर खोलकर 25 किलो सोना और 2 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए। इसमें केवल 5 किलो सोना और 1 करोड़ रुपये घोषित आय का हिस्सा थे।
यह कार्रवाई आयकर विभाग के प्रधान निदेशक अवधेश कुमार के निर्देशन में 28 नवंबर को शुरू हुई और 1 दिसंबर को समाप्त हुई। छापेमारी में 250 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। इस जांच से जुड़ी संपत्तियों और दस्तावेजों की और भी जांच की जा रही है, जिससे बेहिसाब संपत्ति का आकलन बढ़ने की संभावना है।