कुमाऊं में एक बार फिर जंगल धधकने लगे हैं। जंगल की इस आग ने अल्मोड़ा में एक घर का इकलौता चिराग बुझा दिया। उसका जंगल में अधजला शव मिला है। घटना से मृतक की मां का रो-रोक कर बुरा हाल है। उसने पति के बाद अब बेटा भी खो दिया है।
जानकारी के मुताबिक गुरूवार को सोमेश्वर के खाईकट्टा के पास जंगल में आग लग गई। गांव के ही लोग देर रात तक आग बुझाने में जुटे रहे। इसी बीच गांव का युवक महेंद्र सिंह (40) आग की चपेट में आ गया। बुरी तरह जलने से उसकी मौत हो गई। उसका आधा शरीर जलकर खाक हो गया। सूचना के बाद दूसरे दिन वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और अधजले शव को कब्जे में लिया।
वन रेंजर मनोज लोहनी ने कहा कि नाप भूमि पर आग लगी थी। बताया जाता है कि महेंद्र जब सिर्फ छह माह का था उसके पिता की मौत हो गई। मां राधा देवी ने किसी अकेले उसका पालन-पोषण कर उसका विवाह किया। घर का इलकौता चिराग महेंद्र मेहनत-मजदूरी कर मां, पत्नी और तीनों बेटियों की हर जरूरत पूरी कर रहा था।
जब वह बीती शाम ग्रामीणों के साथ अपने गांव को दावानल से सुरक्षित बचाने के लिए आग बुझाने जंगल गया। यहां बता दें कि बीते दिनों सोमेश्वर क्षेत्र में लीसा दोहन में लगे दो महिला, दो पुरुष सहित चार श्रमिकों की जंगल की आग की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। इसके साथ ही यह आंकड़ा अब बढ़कर पांच हो गया है।