उत्तराखंड के हल्द्वानी में नहरों पर हुए अतिक्रमण के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की योजना बनाई गई है। सिंचाई विभाग ने इस पर कार्रवाई शुरू कर दी है और जल्द ही नहरों पर किए गए अतिक्रमण को हटाने का काम किया जाएगा। अतिक्रमण हटाने से न केवल नहरों का सुधारीकरण संभव होगा, बल्कि किसानों के खेतों तक पानी की आपूर्ति भी बेहतर होगी।
सिंचाई विभाग ने अतिक्रमण को चिह्नित करना शुरू कर दिया है। गौला बैराज से नहरों के माध्यम से पानी खेतों तक पहुंचता है, जिससे फसलों की सिंचाई होती है। लेकिन कई स्थानों पर नहरों के किनारे अतिक्रमण की वजह से नहरों का सुधारीकरण संभव नहीं हो पा रहा है। इसका परिणाम यह है कि खेतों को पानी की सही आपूर्ति नहीं हो पाती और पानी भी बर्बाद हो जाता है, जिससे किसानों और विभाग दोनों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
अब, सिंचाई विभाग ने इस समस्या का समाधान निकालने के लिए अतिक्रमण को चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जल्द ही अतिक्रमण करने वालों को नोटिस भेजे जाएंगे, और यदि अतिक्रमण हटाया नहीं गया, तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी। सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता, संजय शुक्ला ने बताया कि अतिक्रमण चिह्नित करने के लिए विभागीय कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं, और इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।