उत्तराखण्ड कुमाऊं क्राइम हल्द्वानी हिल दर्पण

हल्द्वानी में किशोरी से हैवानियत……..मुंह बंद रखने के लिए धमकाया, ऐसे खुला राज

खबर शेयर करें -

हल्द्वानी में किशोरी के साथ हैवानियत की घटना सामने आई है। परिचित युवक ने बहाने से घर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। साथ ही मुंह बंद रखने के लिए डराया धमकाया। आठ दिन बाद किसी तरह हिम्मत कर किशोरी ने यह बात अपनी दीदी को बताई। मामले में तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड कांग्रेस का बड़ा एक्शन... ये बड़े नेता पार्टी से बाहर! मची खलबली

कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता के भाई ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि आठ दिन पूर्व उसकी बहन देवलचौड़ क्षेत्र में रहने वाली अपनी दोस्त के घर गई थी। वह वहां से लौट रही थी तो रास्ते में सूरज नाम का युवक मिला, जिसे पीड़िता पहले से जानती थी। आरोप है कि सूरज उसे झूठ बोलकर अपने घर ले गया और उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। उसे जान की धमकी दी और यह बात किसी को न कहने की बात कही।

यह भी पढ़ें 👉  भारी बारिश से तबाही...सीएम धामी ने मौके पर पहुंचकर संभाली कमान

जिसके बाद वह पीड़िता को टेंपो से उसकी सहेली के घर छोड़ आया। जहां से पीड़िता अपने घर पहुंची, लेकिन डर की वजह से यह बात किसी को नहीं बताई। आठ दिन बाद पीड़िता ने यह बात अपनी दीदी को बताई। इसके बाद परिजन पीड़िता को लेकर कोतवाली पहुंचे। एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि पॉक्सो में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

यह भी पढ़ें 👉  कोतवाली से एसओजी तक... अब इस जिले में बदले गए अधिकारी, जानिए कौन कहां हुआ तैनात
हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में