खटीमा। किलपुरा रेंज के जंगल में हाथी के हमले में वन गुर्जर की मौत का मामला प्रकाश में आया है। वह चचेरे भाई के साथ जानवरों के लिए पत्ते काटने गया था। इधर घटना पर वन विभाग के अधिकारियों ने संदेह जताया है। वह पेड़ से गिरने से मौत होना मान रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बिरिया मझोला गांव के पास रहने वाला वन गुर्जर मोहम्मद सुलेमान (50) पुत्र सद्दीक रविवार शाम को अपने चचरे भाई रऊफ के साथ किलपुरा रेंज के जंगल में जानवरों के लिए पत्ते काटने गया था। परिजनों ने बताया कि रऊफ पेड़ में चढ़कर पत्ते काट रहा था। सुलेमान जमीन पर पत्ते समेट रहा था। तभी सामने से आए हाथी ने उसे पटककर मार डाला। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया।
वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि आसपास मुआयना करने पर न तो हाथी के पंजे के निशान मिले और न ही हाथी के हमले के निशान। वन क्षेत्राधिकारी ने कहा कि ऐसा मालूम पड़ रहा है कि सुलेमान की मौत पेड़ से गिरकर हुई है। आज सोमवार को मृतक का पोस्टमार्टम करवाया गया। परिजनों ने बताया कि पेड़ पर पत्ते रऊफ काट कर रहा था। ऐसे में सुलेमान के पेड़ के गिरकर मरने का सवाल भी पैदा नहीं होता। उन्होंने मुआवजे मांग की। बता दें कि गत 11 जनवरी को किलपुरा रेंज के जंगलों में बकरियों के लिए पत्ते काटने गए नौगवांनाथ निवासी मदनराम को भी हाथी ने मार डाला था।