उत्तराखंड की राजधानी में शिक्षा के मंदिर में अमानवीयता सामने आई है। विकास नगर के एक निजी स्कूल की आया ने स्कूल में नर्सरी कक्षा के छात्र को टाॅयलेट ब्रश रगड़ दिया। जिससे छात्र के शरीर पर खरोंचे आ गईं। शरीर पर गहरे घाव बन गए। कोतवाली पहुंचे परिजनों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने स्कूल प्रबंधन, प्रधानाचार्य और आया को थाने बुलाया। सामूहिक रूप से लिखित में माफीनामा देने पर दोनों पक्षों में समझौता हो गया।
जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र निवासी ढाई साल का एक बालक बाईपास रोड स्थित वीर अर्जुन स्कॉलर्स एकेडमी में नर्सरी का छात्र है। करीब 20 दिन पहले ही उसका स्कूल में दाखिला हुआ था। छात्र के पिता के मुताबिक बीती 18 अप्रैल को स्कूल से उन्हें फोन आया। वह घर पर नहीं थे। उनकी पत्नी स्कूल पहुंचीं। पत्नी ने देखा कि उनका बेटा शौचालय के बाहर खड़ा रो रहा था।
जब उन्होंने बेटे के शरीर पर खरोंच और घाव के निशान देखे तो उन्होंने प्रबंधन के सामने कड़ी नाराजगी जताई। जिस पर प्रबंधन ने निशान डायपर का होने का बता पल्ला झाड़ लिया। सौरभ ने बेटे का सरकारी अस्पताल के साथ ही देहरादून स्थित प्राइवेट अस्पताल में मेडिकल करवाया।
मंगलवार को कोतवाली पहुंच कर मेडिकल के साथ पुलिस को तहरीर दी। परिजनों ने आरोप लगाया कि शौच के बाद उनके बेटे की टॉयलेट ब्रश से सफाई की गई। जिस कारण खरोंचे आईं। वहीं स्कूल प्रबंधक प्रभात का कहना है कि आया को निकाल दिया गया है, हालांकि उसने ब्रश का प्रयोग न करने की बात कही है। प्रबंधन छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। वरिष्ठ उपनिरीक्षक संजीत कुमार ने बताया कि प्रबंधन ने गलती स्वीकार करते हुए माफीनाम लिखकर दिया। जिसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया।