उत्तराखंड में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जनपद पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर प्रखंड के नीलकंठ क्षेत्र में एक नाबालिग बालक के साथ कुकर्म का मामला सामने आया है। बालक जिस आश्रम में रहता था, वहां के कथित साधु और उसकी पढ़ाई करने वाले विद्यालय के एक शिक्षक पर कुकर्म का आरोप है। पुलिस ने कथित साधु को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि शिक्षक फरार है और उसकी तलाश जारी है।
सूत्रों के अनुसार, नीलकंठ क्षेत्र के एक आश्रम में रहने वाले साधु रजनीश गिरि, जो मुरादाबाद का निवासी है, ने नाबालिग बालक को उसके माता-पिता की विश्वासपात्रता से अपने साथ नीलकंठ ले आया। कुछ समय बाद साधु ने बालक के साथ कुकर्म करना शुरू कर दिया। बालक के अत्याचार से तंग आकर, उसने कुछ दिन पहले आश्रम से भागकर ऋषिकेश के श्यामपुर क्षेत्र में शरण ली। वहाँ उसने मीडिया कर्मियों से संपर्क किया, जिन्होंने इस मामले की जानकारी बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना को दी।
बाल आयोग की अध्यक्ष ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपनी टीम भेजी और बालक का मेडिकल परीक्षण करवाया। इसके बाद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह को मामले की जानकारी दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र में साधु रजनीश गिरि के खिलाफ कुकर्म और पोक्सो एक्ट के तहत अभियोग दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
डॉ. गीता खन्ना ने बताया कि बालक के साथ कुकर्म करने में एक शिक्षक का भी हाथ है। प्रभारी निरीक्षक थाना लक्ष्मणझूला रवि सैनी ने पुष्टि की कि साधु को गिरफ्तार कर लिया गया है और बालक के बयान दर्ज किए गए हैं। शिक्षक की तलाश जारी है और उसे जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।