सोशल मीडिया में वायरल हुए शराब पार्टी के वीडियो ने हंड़कंप मचा दिया है। कहने को बिहार में पूर्ण शराबबंदी है, बावजूद इसके सरकारी संस्थानों में शराब का सेवन जारी है। ताजा मामला कैमूर जिले के सदर अस्पताल का है, जहां सीटी स्कैन केंद्र में अस्पताल के कर्मचारियों ने शराब पार्टी का आयोजन किया। एक वायरल वीडियो के बाद इस मामले में खलबली मच गई और पुलिस ने छापेमारी करके पांच कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है।
वीडियो में सदर अस्पताल के सीटी स्कैन केंद्र में शराब पीते हुए कर्मचारी नजर आ रहे थे। वायरल वीडियो के आधार पर उत्पाद अधीक्षक शैलेन्द्र कुमार के निर्देश पर उत्पाद थानाध्यक्ष गुजेंश कुमार के नेतृत्व में छापेमारी की गई। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम ऋषिकेश जायसवाल और अस्पताल प्रबंधक शैलेन्द्र कुमार भी मौके पर मौजूद थे।
गिरफ्तार किए गए कर्मचारियों की मेडिकल जांच की गई, हालांकि जांच में शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई, लेकिन वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने पांच कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार कर्मचारियों में गोपालगंज, बक्सर, पश्चिम बंगाल और जलपायीगुड़ी के निवासी शामिल हैं।
उत्पाद थानाध्यक्ष गुजेंश कुमार ने बताया कि 21 नवंबर की रात वायरल वीडियो के आधार पर सीटी स्कैन केंद्र में छापेमारी की गई, जिसमें पांचों कर्मियों को गिरफ्तार किया गया। उनका ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए एफएसएल पटना भेजा गया है।
जांच के दौरान यह भी पता चला कि शराब पार्टी का आयोजन कर्मी प्रसेन जीत बाला के जन्मदिन पर किया गया था। शराब पीने का वीडियो पीयुष उपाध्याय के मोबाइल से वायरल हुआ था। इस घटना के कारण संजीवनी संस्था का सीटी स्कैन केंद्र बंद कर दिया गया है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने निर्देश दिया है कि सीटी स्कैन जांच फिर से शुरू करने के लिए नए कर्मियों को बहाल किया जाए।