उत्तराखंड में जिला पंचायत चुनाव के दौरान गुरुवार को सियासी उठापटक अपने चरम पर रही। जहां एक ओर कांग्रेस और भाजपा के बीच जोरदार टकराव देखने को मिला, वहीं देहरादून से कांग्रेस ने बड़ी राजनीतिक सफलता हासिल की।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी सुखविंदर कौर ने 30 में से 17 वोट पाकर जीत दर्ज की, जबकि उपाध्यक्ष पद पर अभिषेक सिंह ने 18 वोट हासिल कर कांग्रेस की स्थिति और मजबूत कर दी।
कांग्रेस नेताओं ने इस जीत को महज चुनावी परिणाम नहीं, बल्कि भाजपा की “मनमानी, सत्ता के दुरुपयोग और आरक्षण में हेराफेरी” के खिलाफ जनमत का करारा जवाब बताया।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और चकराता से विधायक प्रीतम सिंह की रणनीतिक अगुवाई में कांग्रेस ने भाजपा को उसी की ‘पिच’ पर शिकस्त दी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा जिला पंचायत अध्यक्ष पदों के आरक्षण में खुली मनमानी के बावजूद, यह जीत जनभावनाओं की विजय है।
कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसवानी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “देहरादून जैसी सीट, जहां मुख्यमंत्री से लेकर तमाम मंत्री और भाजपा नेतृत्व सक्रिय था — वहां कांग्रेस की यह जीत डबल इंजन सरकार के लिए एक बड़ा राजनीतिक संदेश है। यह परिणाम भाजपा के पतन की शुरुआत है।” उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस की यह सफलता पूरे राज्य में कार्यकर्ताओं के उत्साह को नई ऊर्जा देगी और भविष्य के चुनावों के लिए मजबूत आधार तैयार करेगी।