रायवाला। राजाजी की वनाधिकारी की 25 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कुछ पता नहीं चल पाया है, एसडीआरएफ की टीम का सर्च अभियान जारी रहा। वन मन्त्री ने मौके पर पहुँच कर घटना स्थल का निरीक्षण किया और रेसक्यू अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए।
सोमवार को राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क की चीला रेंज में पार्क प्रशासन के एक इंटरसेप्टर वाहन में 10 लोग सवार होकर उसका ट्रायल ले रहे थे। ट्रायल के दौरान वाहन दुर्घटनाग्रस्त होकर उसमे सवार दो रेंज अधिकारियों सहित चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार राजाजी की वन्यजीव प्रतिपालक अलोकी चीला नहर में छिटक कर गिर कर लापता हो गयी थी।
मंगलवार को लापता महिला अधिकारी अलोकी की तलाश में एसडीआरएफ की टीम ने पुरे दिन चीला पावर हाउस में अंडर वाटर ड्रोन की मदद से महिला अधिकारी को ढूंढने के लिए सर्च अभियान चलाया परन्तु शाम तक भी उक्त अधिकारी का कोई पता नहीं चला। एसडीआरएफ के निरीक्षक कविन्द्र सजवाण ने बताया अंधेरा अधिक होने पर टीम ने सर्च अभियान को रोक दिया गया और टीम शव की निगरानी में जुटी हुई है। टीम ने हर संभावित स्थानों पर सर्च अभियान चलाया। बुद्धवार सुबह फीर से टीम सर्च अभियान चलायएगी।
महिला वनाधिकारी अलोकी के शव बरामद करने को चलाए गए सर्च अभियान के दौरान वन मन्त्री सुबोध उनियाल ने घटना स्थल पहुँच कर निरीक्षण किया और रेसक्यू अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए।
रेसक्यू अभियान के दौरान प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक, प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) डॉ० धनंजय मोहन, मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) निशांत वर्मा, निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क साकेत बडोला सहित विभागीय अधिकारी सहित यमकेश्वर के उपजिलाधिकारी अनिल चिन्याल मय टीम दिन भर मौके पर मौजूद रहे।