नानकमत्ता। डेरा कार सेवा के मुखी पंथ रतन सचखंड वासी संत बाबा हरबंस सिंह ने 18 साल पहले जत्थेदार बाबा तरसेम सिंह की हत्या की आशंका जताते हुए जान और डेरे की संपत्तियों की रक्षा की गुहार लगाते तत्कालीन डीएम ऊधमसिंह नगर को पत्र सौंपा था। पत्र की प्रतिलिपि तत्कालीन गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को भी भेजी थी।
28 मार्च 2024 को बाइक सवार हथियारबंद दो बदमाशों ने धार्मिक डेरा कार सेवा में घुसकर जत्थेदार बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड से 18 वर्ष पूर्व 10 मार्च 2008 को धार्मिक डेरा कार सेवा के प्रमुख संत सचखंड वासी पंथ रतन संत बाबा हरबंस सिंह ने तत्कालीन डीएम को पत्र भेजा था जिसमें असामाजिक तत्वों से डेरा कार सेवा नानकमत्ता, गुरुद्वारा नानक पुरी डेरा कार सेवा और गुरुद्वारा ननकाना साहिब काशीपुर के जत्थेदारों की जान का खतरा एवं कार सेवा की संपत्तियों की रक्षा की गुहार लगाई थी।
प्रशासन को सौंपे पत्र में उन्होंने अपनी संस्था से धर्म विरुद्ध कार्य करने के चलते निकाले गए सेवादार से असुरक्षा की आशंका जताई थी। कहा कि सेवादार असामाजिक तत्वों के साथ मिलकर धार्मिक डेरा कार सेवा की संपत्तियों पर कब्जा करने का प्रयास करने और जत्थेदार बाबा तरसेम सिंह की ओर से विरोध के चलते उन पर जानलेवा हमले की आशंका जताई थी। उन्होंने पत्र में सुरक्षा की गुहार लगाई थी।