अक्सर अपनी कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा में रहने वाली पुलिस की एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है, जब एक युवक का शव चार दिन तक लावारिस हालत में पड़ा रहा। मामला कानपुर देहात में रनियांका है। यहां 31 जनवरी को कानपुर-इटावा हाईवे पर खानचंद्रपुर और उमरन के बीच एक युवक का शव मिला था। युवक के शरीर पर कत्थई रंग की शर्ट और काले रंग की पैंट थी, लेकिन रनियां थाने के एसआई आनंदवीर सोलंकी ने शव की शिनाख्त कराने का प्रयास नहीं किया और न ही उसके कपड़ों की तलाशी ली।
पंचनामा की खानापूरी कर शव को लावारिस मानते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। नियमानुसार अज्ञात शवों का पोस्टमार्टम 72 घंटे बाद किया जाता है, लेकिन पोस्टमार्टम से ठीक पहले युवक की जेब से आधार कार्ड बरामद हुआ। आधार कार्ड में युवक का नाम मोहित (29 वर्ष) और पिता का नाम गेंदालाल था, तथा उसका पता जरैला खानचंद्रपुर बारा, कानपुर देहात था।
पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति ने इस मामले का संज्ञान लिया और सीओ सदर से जांच करवाई, जिसमें दरोगा आनंदवीर सोलंकी की लापरवाही सामने आई। इसके बाद एसआई को तुरंत निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए गए। पुलिस ने अब डॉक्टर की सूचना पर मोहित के परिजनों की खोजबीन शुरू कर दी है।