उत्तराखंड के नैनीताल में जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव को लेकर जारी विवाद पर आज हाईकोर्ट में अहम सुनवाई होनी है। यह मामला सियासी ड्रामे और संवैधानिक प्रक्रियाओं की अनदेखी के आरोपों के चलते लगातार चर्चा में बना हुआ है। मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जी. नरेंदर और न्यायमूर्ति आलोक मेहरा की खंडपीठ इस केस की सुनवाई कर सकती है।
सुनवाई के दौरान राज्य निर्वाचन आयोग, जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की ओर से कोर्ट में रिपोर्ट पेश की जाएगी। पूर्व में जिला प्रशासन और पुलिस ने कोर्ट को अवगत कराया है कि लापता पांच सदस्यों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। हालांकि इन सदस्यों का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में सामने आया। जिसमें उन्होंने घूमने जाने की बात कही। कोर्ट में जिलाधिकारी (डीएम) ने राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र भेजकर दोबारा चुनाव कराने की संभावनाओं पर संवाद करने की बात कही थी।
बताया जा रहा है कि चुनाव की मतगणना भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूरी कर ली गई थी और अंतिम परिणाम संबंधित दस्तावेजों के साथ कोषागार में सुरक्षित रख दिए गए हैं। ये दस्तावेज निर्वाचन आयोग को भी भेजे जा चुके हैं।
अब सभी की निगाहें हाईकोर्ट के फैसले पर टिकी हैं, जो इस राजनीतिक गतिरोध को खत्म करने की दिशा में अहम साबित हो सकता है।