पति की हत्या के बाद पत्नी ने दोस्त के साथ मिलकर ऐसी चाल चली कि पुलिस भी सन्न रह गई। बदायूं की दातागंज कोतवाली पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है। महिला और उसके दोस्त ने मिलकर युवक की रस्सी से गला घोंटकर हत्या की थी। इसके बाद महिला ने पति के फंदा लगाकर जान देने की अफवाह फैलाई थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो उसमें हत्या की बात सामने आई।
दरअसल, कोतवाली दातागंज क्षेत्र के गांव सपरेड़ा निवासी पूर्व प्रधान बलवीर सिंह के भाई श्यामवीर पुत्र मेघनाथ 18 जुलाई दोपहर खाना खाने के बाद अपनी झोपड़ी में चले गए थे। जहां उनका शव मिला। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौत का कारण जानने के लिए शव का पोस्टमाॉर्टम कराया। जिसकी रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया। श्यामवीर की गला घोंटकर हत्या का मामला सामने आया। पुलिस ने अज्ञात पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू की थी। जांच के दौरान पुलिस ने श्यामवीर की पत्नी पुष्पा देवी से पूछताछ की और वह टूट गई।
उसने बताया कि वह गरीब हैं और ईंट भट्टे पर काम करके जीवन यापन कर रहे हैं। उसके पति श्यामवीर नशा करने के आदी थे। हमेशा भांग और शराब के नशे में रहते थे। जिसकी वजह से आए दिन पति-पत्नी में झगड़ा होता रहता था। ईंट भट्टे पर उसके साथ काम करने वाले पास के गांव कोली निवासी मुकेश जरूरत पड़ने पर महिला की आर्थिक रूप से मदद करता था। धीरे-धीरे वह परिवार का सहारा लेने लगा और वह मुकेश के करीब आ गई।
गहरी दोस्ती के बाद मुकेश उससे प्यार करने लगा। पुषा का मन भी अपने पति से हटकर मुकेश की ओर हो गया। मुकेश ने कई बार महिला से शादी करने की इच्छा जाहिर की थी। इस बीच मुकेश ने महिला की बेटी की शादी अपनी रिश्तेदारी उसावां क्षेत्र के एक गांव में करा दी। जिसके बाद वह दोनों मिलने लगे। श्यामवीर को उन दोनों की दोस्ती का पता चला तो पति-पत्नी में रोज झगड़ा होने लगा। एक तरफ श्यामवीर उन्हें खर्च के लिए रुपये नहीं दे रहे थे तो वहीं मुकेश उससे शादी करने को कह रहा था।
18 जुलाई दोपहर डेढ़ बजे श्यामवीर घेर में गए थे। तभी पुष्पा देवी ने मुकेश के साथ मिलकर प्लान बनाया और दोनों घेर पर गए। जहां पुष्पा देवी ने श्यामवीर को पकड़ा और मुकेश ने रस्सी से उसका गला घोंट दिया। जिससे श्यामवीर की मौत हो गई। उसके कहने पर मुकेश खेत की ओर चला गया और वह घर आ गई। कुछ देर के बाद उसने पति की मौत पर रोने का नाटक किया। लोगों से कहा कि श्यामवीर ने फंदा लगाकर जान दी है।
इसी दौरान पुलिस भी आ गई। पता नहीं था कि शव का पोस्टमॉर्टम होगा और वह पकड़ी गई। फिलहाल पुलिस ने आरोपी पुष्पा देवी को जेल भेज दिया है, जबकि उसके दोस्त मुकेश की तलाश कर रही है। खुलासा करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अरिहंत कुमार सिद्धार्थ, अपराध निरीक्षक कुलदीप कुमार, उपनिरीक्षक प्रणव कुमार, कांस्टेबिल नितिन शर्मा, गौरन नागर और उर्मिला राणा रहे।