उत्तराखंड में भाजपा सरकार में लंबे समय से कैबिनेट विस्तार और फेरबदल की चर्चाएं चल रही हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिल्ली दौरे और कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं और भी तेज हो गई हैं।
राज्य में पहले से ही चार कैबिनेट पद खाली थे, और प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद यह संख्या बढ़कर पांच हो गई है। हालांकि, मुख्यमंत्री धामी ने हाल ही में यह स्पष्ट किया था कि फिलहाल राज्य में कैबिनेट विस्तार नहीं होगा, लेकिन इसके बावजूद चर्चाएं बनी हुई हैं।
उत्तराखंड के अलावा, यूपी, राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा हो रही है। इन राज्यों में भी कैबिनेट फेरबदल की संभावना जताई जा रही है। भाजपा पार्टी की योजना पहले केंद्रीय स्तर पर संगठन की संरचना को तैयार करने की है, जिसके बाद राज्यों में विस्तार और फेरबदल किए जाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के संगठन चुनाव अंतिम चरण में हैं और अप्रैल के पहले पखवाड़े में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हो सकता है। इसके बाद पार्टी अपने सत्ता वाले राज्यों में मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल करेगी।
उत्तराखंड में चर्चा है कि कैबिनेट विस्तार के साथ-साथ तीन मंत्रियों को हटाया जा सकता है। इसके अलावा, विधानसभा अध्यक्ष को बदलने की संभावना भी जताई जा रही है। राज्य में देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और पिथौरागढ़ से एक-एक विधायक को मंत्री बनाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।