हल्द्वानी में एक आरटीआई कार्यकर्ता भुवन चंद्र पोखरिया ने पुलिस अधिकारियों के सामने आपा खो दिया और पुलिस कप्तान से लेकर दरोगा तक को जमकर खरी-खोटी सुनाई। वह खुद और अपने परिवार पर हुए हमले की शिकायत लेकर पुलिस बहुउद्देशीय भवन पहुंचे थे, जहां उनके हंगामे के कारण भवन का काम-काज ठप हो गया। स्थिति पर काबू पाने में न सक्षम होते देख, कोतवाली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। भुवन के खिलाफ गाली-गलौज और सरकारी कार्य में बाधा डालने सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
भुवन पोखरिया, जो उम्मेदपुर नंबर 2, चोरगलिया के निवासी हैं, तीन दिन पहले अपनी पत्नी और बेटी के साथ कार से हल्द्वानी अपनी बहन के घर जा रहे थे। आरोप है कि दानीबंगर मोड़ के पास काले रंग की स्कॉर्पियो में सवार चार लोगों ने उनकी कार पर तलवारों से हमला किया। इस घटना में कोतवाली पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
भुवन ने बुधवार को पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने और सुरक्षा की मांग को लेकर पुलिस बहुउद्देशीय भवन का रुख किया। यहां एसएसपी को न पाकर उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। एलआईयू के एसआई मनोज ने उन्हें शांत करने की कोशिश की, लेकिन भुवन का गुस्सा और बढ़ गया और उन्होंने अपशब्दों का प्रयोग करना शुरू कर दिया।
इसके बाद वह कोतवाल राजेश कुमार यादव से भी बदसलूकी करने लगे। अंततः पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कोतवाल ने बताया कि भुवन पोखरिया को गाली-गलौज और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।