शिक्षक ने गुरू-शिष्य की परंपरा को कलंकित करने का काम किया है। झारखंड में पुलिस ने एक टीचर को पकड़ा है। दरअसल, एक नाबालिग छात्रा के स्कूल नहीं आने पर आरोपी उसके घर पहुंच गया। छात्रा ने जब दरवाजा नहीं खोला तब वह छत से होते हुए घर में घुस गया। नाबालिग उस वक्त अकेली थी। आरोपी टीचर उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। शोर मचाने पर जब लोग जुटे तब आरोपी एक कुएं में कूद गया। आक्रोशित लोगों ने उसे बाहर निकाला और जमकर पीटा। यह हजारीबाग के विष्णुगढ़ की घटना है।
करगालो स्थित एक प्राइवेट स्कूल के संचालक सह शिक्षक प्रकाश साव को एक छात्रा के साथ छेड़खानी के आरोप में ग्रामीणों ने पहले जमकर पिटाई की इसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जाता है कि आरोपी शिक्षक प्रकाश साव करगालो में एक प्राइवेट विद्यालय चलाता है।
सोमवार को विद्यालय में पढ़ने वाली एक छात्रा जब विद्यालय नहीं पहुंची तो उसने छात्रा को फोन कर विद्यालय नहीं आने का कारण पूछा। छात्रा ने घर में किसी के नहीं रहने के कारण विद्यालय नहीं आने की बात कही। इसके बाद विद्यालय संचालक छात्रा के घर पहुंच गया। गलत नियत से पहुंचे संचालक के घर पहुंचने पर जब छात्रा ने घर का दरवाजा नहीं खोला तो संचालक दीवार के सहारे छत पर चढ़कर घर में दाखिल हो गया और छात्रा से छेड़खानी करने लगा।
छात्रा द्वारा शोर मचाने पर आसपास के लोग जुटे और संचालक को घेरने की कोशिश में जुट गए। ग्रामीणों के आने की भनक पाकर संचालक भागने के क्रम में एक कुएं में छलांग लगा दी। काफी मशक्कत के बाद उसे कुएं से निकाला गया। इसके बाद उसकी धुनाई कर पंचायत भवन के कमरे में लाकर बंद कर दिया गया। जानकारी पाकर बड़ी संख्या में आक्रोशित ग्रामीण पंचायत भवन परिसर में जुट गए और हंगामा करने लगे। सूचना पाकर विष्णुगढ़ थाना प्रभारी सागेन मुर्मू, सीओ नित्यानंद दास दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और आरोपी संचालक को अपने कब्जे में ले लिया।
बताया कि संचालक पूर्व में भी कई छात्राओं के साथ गलत हरकत कर चुका है। इस आरोप में उसे पुलिस को कई बार सौंपा भी गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आक्रोशित ग्रामीणों को पुलिस ने आरोपी पर प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजने का आश्वासन दिया, तब ग्रामीण शांत हुए। समाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही थी।