उत्तराखंड के नरेंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गजा तहसील के कंडारी गांव (पोखरी क्वीली) निवासी विजय सिंह गुसाईं, 7वीं गढ़वाल राइफल में हवलदार पद पर तैनात थे। वे 23 जून को मध्यप्रदेश के भोपाल में एक ट्रेनिंग हादसे में शहीद हो गए। इस खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
जैसे ही शहीद विजय सिंह गुसाईं के शहीद होने की सूचना परिजनों और ग्रामीणों को मिली, गांव में मातम छा गया। परिवारजन रो-रो कर बेसुध हैं। ग्रामीणों और रिश्तेदारों ने शहीद के घर पहुंचना शुरू कर दिया है।
शहीद का पार्थिव शरीर 25 जून को सुबह उनके पैतृक गांव कंडारी लाया जाएगा, जहां लोग अंतिम दर्शन कर सकेंगे। इसके बाद पार्थिव शरीर को कोटेश्वर घाट ले जाया जाएगा, जहां **सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार** किया जाएगा।
37 वर्षीय शहीद विजय सिंह गुसाईं के पिता बेताल सिंह गुसाईं का पूर्व में ही निधन हो चुका है। उनके परिवार में 74 वर्षीय मां **कमली देवी**, पत्नी **पूजा गुसाईं (33 वर्ष)** और दो छोटे बेटे (उम्र 7 और 4 वर्ष) हैं। इसके अलावा एक बड़ा भाई और दो बहनें भी हैं। विजय सिंह अपने पूरे परिवार के एकमात्र भरण-पोषणकर्ता थे।
शहीद के अंतिम दर्शन और अंतिम संस्कार के लिए आस-पास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग कंडारी गांव पहुंच रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और सेना के अधिकारी भी अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुटे हुए हैं।