उत्तराखण्ड क्राइम गढ़वाल हरिद्वार हिल दर्पण

उत्तराखंड………चाय विक्रेता की बेरहमी से हत्या, वजह जान रह जाएंगे हैरान

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड में सनसनीखेज घटना सामने आई है। हरिद्वार जिले में भारत माता मंदिर रोड पर चाय विक्रेता की कांच की बोतल से हमला कर निर्मम हत्या कर दी गई। इस वारदात को कबाड़ बीनने वाले युवक ने अंजाम दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आरोपित कबाड़ी की तलाश शुरू कर दी है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी...कालू सिद्ध मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री, कही ये बात

पुलिस के मुताबिक, कुछ राहगीरों ने उत्तरी हरिद्वार में भारत माता मंदिर रोड पर एक व्यक्ति को लहूलुहान पड़ा देख सुबह करीब साढ़े पांच बजे 108 एम्बुलेंस को सूचना दी। 108 टीम ने व्यक्ति को मृत पाकर पुलिस को जानकारी दी। जिस पर शहर कोतवाल कुंदन सिंह राणा व अन्य पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की।

यह भी पढ़ें 👉  नैनीताल....गधेरे में डूबने से बैंक मैनेजर की मौत, अक्टूबर में होनी थी शादी

आसपास के लोगों ने बताया कि मृतक का नाम रमेश गुप्ता निवासी लखीमपुर खीरी है। जो चाय की चलती फिरती रेहड़ी लगाता था। बताया कि अल सुबह कबाड़ बीनने वाले युवक के साथ उसका झगड़ा हो गया था।

यह भी पढ़ें 👉  एसीएमओ का औचक निरीक्षण...अस्पताल में व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के निर्देश

आरोपित ने कांच की बोतल से हमला कर दिया। जिससे वह लहूलुहान हो गया। ज्यादा खून बहने से उसकी मौत हो गई। शहर कोतवाल कुंदन सिंह राणा ने बताया कि मृतक के मूल पते की जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। एक टीम आरोपित युवक की तलाश कर रही है।

हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में