उत्तराखंड के विधायक को धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है। मामला अल्मोड़ा में सल्ट के भाजपा विधायक महेश जीना और उन्हीं की पार्टी के क्षेत्र पंचायत सदस्य हंसा उर्फ हर्ष नेगी के बीच चल रहे मनमुटाव का है। पिछले सप्ताह ही हर्ष नेगी के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज कराने वाले विधायक महेश सिंह जीना ने उन पर एक और केस दर्ज कराया है। जीना ने नेगी पर मोबाइल पर गालीगलौज, अभद्रता तथा परिवार समेत जान से मारने की धमकी देने जैसे आरोप लगाए हैं।
जीना ने थाना भतरौंजखान में केस दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि उन्हें मंगलवार रात करीब 9:23 बजे से 11:11 बजे तक हर्ष नेगी और किसी अज्ञात व्यक्ति की ओर से अंजान नंबर से कई बार फोन किया गया और परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी गई। उनका आरोप है कि हर्ष नेगी उन्हें बार-बार धमकी दे रहा है। गलत तरीके से रिकार्डिंग करने का प्रयास किया जा रहा है।
विधायक के अनुसार उन्होंने इस बारे में थानाध्यक्ष भतरौंजखान को रात 11:14 बजे ही जानकारी दे दी थी। विधायक ने आरोपी को जिलाबदर करने की मांग उठाई है। आरोपी हंसा नेगी भाजपा के ही सक्रिय कार्यकर्ता और क्षेत्र पंचायत सदस्य हैं।
विधायक की ओर से आरोपी के खिलाफ एक ऐसा ही मुकदमा पिछले सप्ताह भी दर्ज कराया था। जबकि दो दिन पहले ही विधायक और बीडीसी सदस्य के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। इस मामले में दोनों पक्ष पुलिस के पास गए थे लेकिन पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय उनकी तहरीर को जांच के लिए रखा हुआ है।
वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्य हंसा नेगी का कहना है कि मेरे ऊपर लगे आरोप निराधार हैं। मैंने विधायक अथवा उनके किसी भी करीबी को फोन नहीं किया। पुलिस को पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर उस फोन के स्वामी को तलाशना चाहिए जिस नंबर से फोन आया और वह सिम जिसके नाम पर है उससे पूछा जाना चाहिए कि उसने किस प्रयोजन से तथा किसके कहने पर फोन किया। मुझे बेवजह झूठे मामलों में फंसाकर मानसिक शोषण किया जा रहा है।