उत्तराखंड के हरिद्वार में रोशनाबाद जेल से फरार हुए कैदी-बंदी पंकज की मदद करने के आरोप में पुलिस ने उसके ताऊ के बेटे बॉबी और उसके दोस्त नितिन को गिरफ्तार किया है। दोनों ने पंकज को मोटरसाइकिल पर छोड़ने और उसे पैसे ट्रांसफर करने में मदद की थी।
पुलिस ने इस मामले में एक टेलीकॉम संचालक को भी चिह्नित किया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है, जबकि पहले से ही एक अन्य आरोपी को इसी मामले में जेल भेजा जा चुका है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने जानकारी दी कि 11 अक्तूबर को जिला कारागार रोशनाबाद में रामलीला के दौरान कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग का सदस्य पंकज और विचाराधीन बंदी राजकुमार दीवार फांदकर फरार हो गए थे।
पुलिस की 10 टीमें इन फरार कैदियों की तलाश में जुटी हुई हैं। IG गढ़वाल रेंज करन सिंह नगन्याल ने दोनों फरार कैदियों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है।
पुलिस ने बताया कि कैदी पंकज और रामकुमार भागने के बाद रानीपुर की लेबर कॉलोनी पहुंचे, जहां पंकज के मौसेरे भाई सुनील ने उन्हें सहायता की। इसके बाद, बॉबी और नितिन ने पंकज को मोटरसाइकिल पर लक्सर छोड़ने के लिए मदद की। पंकज ने नितिन के माध्यम से अपने परिचित से 1500 रुपये मंगवाए थे, जो कि एक टेलीकॉम मालिक के नंबर पर ट्रांसफर किए गए थे।
पुलिस ने इन आरोपियों को सुल्तानपुर लक्सर क्षेत्र से गिरफ्तार किया है और फरार करने में इस्तेमाल बाइक और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। उल्लेखनीय है कि पंकज को पिछले साल सफाई नायक बसंत चौधरी हत्या मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी, जबकि रामकुमार अगस्त में अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।