उत्तराखंड में 98 दिन सक्रियता के बाद मानसून की विदाई हो चुकी है। लेकिन अगले चार दिनों तक बारिश के आसार बने हुए हैं। इस साल राज्य में सामान्य 1163 एमएम बारिश के मुकाबले 10 प्रतिशत अधिक (1273 एमएम) बारिश हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि उत्तराखंड में मॉनसून ने 27 जून को दस्तक दी थी और बुधवार को यह राज्य समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों से विदा हो गया। पिछले वर्ष मॉनसून 24 जून को आया था और 6 अक्टूबर को विदा हुआ था।
इस वर्ष सर्वाधिक बारिश बागेश्वर जिले में दर्ज की गई, जबकि महीनेवार बारिश के आंकड़े देखें तो सितंबर में सबसे ज्यादा 55 एमएम बारिश हुई। जून में सबसे कम 49 एमएम बारिश हुई, जबकि जुलाई में सामान्य से 20 प्रतिशत और अगस्त में 9 प्रतिशत अधिक बारिश हुई।
मौसम विभाग ने बुधवार तक हल्की बारिश का अनुमान जताया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 9 अक्टूबर तक फिर से बारिश की गतिविधियां लौट सकती हैं। देहरादून, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चंपावत नैनीताल, टिहरी, बागेश्वर, हरिद्वार, चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में गर्जन वाले बादल विकसित होने और कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना जताई है। इस प्रकार, भले ही मॉनसून की विदाई हो गई है, लेकिन बारिश की संभावनाएं मौसम को खुशनुमा बनाए रखेंगी।