उत्तराखंड के राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने आगामी त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2025 के संचालन के लिए सभी जिलों के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इस बैठक में उन्होंने चुनाव की निष्पक्षता और शांति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक तैयारियों पर चर्चा की और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि आगामी पंचायत चुनाव में प्रयुक्त होने वाली निर्वाचक नामावलियां त्रुटिहीन, शुद्ध और परिपूर्ण होनी चाहिए। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि किसी भी चुनाव की सफलता का आधार उसकी मतदाता सूची होती है, और यह सुनिश्चित किया जाए कि इसमें कोई गलती न हो।
उन्होंने सभी जनपदों के अधिकारियों को आदेश दिया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में प्रशासक के माध्यम से बैठक आयोजित की जाए, जिसमें संबंधित ग्राम पंचायत की मतदाता सूची प्रदर्शित की जाएगी। संगणक और संबंधित फार्म प्रपत्रों (फार्म 2, 3, और 4) के साथ बैठक में शामिल होने की व्यवस्था की जाएगी, और ये फार्म इच्छुक व्यक्तियों को निःशुल्क प्रदान किए जाएंगे।
सभी प्राप्त आवेदन अगले दिन निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के पास जमा किए जाएंगे और तीन दिनों के भीतर उनका निस्तारण किया जाएगा। इसके बाद, नाम जोड़ने और संशोधन की संस्तुति जिला निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से राज्य निर्वाचन आयोग को भेजी जाएगी। इस कार्य को विशेष अभियान के तहत 22 मार्च 2025 तक पूरा किया जाएगा।
सुशील कुमार ने यह भी सुनिश्चित करने की बात की कि कोई भी महत्वपूर्ण व्यक्ति, जैसे पूर्व और वर्तमान जनप्रतिनिधि, सांसद, विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री, जो ग्राम पंचायत क्षेत्र में निवास करते हों और योग्य हों, उनका नाम निर्वाचक नामावली में न छूटे। इसके लिए संबंधित खण्ड विकास अधिकारी, संगणक और ग्राम पंचायत अधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने इस बात पर जोर दिया कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके बाद, मुख्य विकास अधिकारी और उप जिला निर्वाचन अधिकारी अशोक कुमार पांडे ने सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए और चुनाव कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का आश्वासन दिया।