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24 घंटे खतरे में उत्तराखंड… बाढ़ की दस्तक, प्रशासन की नींद उड़ी

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उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश से स्थिति गंभीर बनी हुई है। नदी-नाले उफान पर हैं और कई इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। ऐसे में आने वाले 24 घंटों में बाढ़ की आशंका और बढ़ गई है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने 10 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है।

इन जिलों में बाढ़ का खतरा अधिक: अल्मोड़ा, चमोली, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल एवं उत्तरकाशी जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ और जलभराव की स्थिति बन सकती है। इसको देखते हुए राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC), देहरादून ने संबंधित जिलाधिकारियों को सभी जरूरी सावधानियां बरतने के निर्देश दिए हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान: हाईड्रोमेट डिवीजन, नई दिल्ली द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, इन जिलों में अत्यधिक वर्षा की संभावना है, जिससे निचले इलाकों में जलभराव और नदी-नालों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

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प्रशासन को दिए गए मुख्य निर्देश: यातायात नियंत्रण: सभी मुख्य और आंतरिक मार्गों पर सतर्कता बढ़ाते हुए यातायात पर नियंत्रण सुनिश्चित किया जाए।

आपदा की स्थिति में त्वरित कार्रवाई: किसी भी आपदा या दुर्घटना की सूचना मिलते ही त्वरित राहत व बचाव कार्य किया जाए और संबंधित सूचना तुरंत साझा की जाए।

IRS प्रणाली और विभागीय अधिकारी हाई अलर्ट पर रहें।

सड़कें तत्काल खोलने की व्यवस्था: PWD, BRO, PMGSY, CPWD आदि विभागों को मार्ग बाधा की स्थिति में तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करनी होगी।

स्थानीय अधिकारी तैनाती स्थल पर ही रहें: सभी राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी और पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में उपलब्ध रहें।

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पुलिस और चौकियां अलर्ट पर: सभी पुलिस थानों व चौकियों को आपदा उपकरणों सहित तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।

मोबाइल नेटवर्क सक्रिय रखें: सभी अधिकारी/कर्मचारी अपने मोबाइल फोन चालू रखें और संपर्क में रहें।

वाहनों में आवश्यक सामग्री अनिवार्य: अधिकारियों को टार्च, छाता, हैलमेट व अन्य प्राथमिक उपकरण अपने वाहनों में रखने के निर्देश।

फंसे हुए लोगों के लिए राहत व्यवस्था: खाद्य सामग्री और मेडिकल सुविधाएं तत्काल उपलब्ध कराई जाएं।

विद्यालयों में विशेष सतर्कता: छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों में विशेष निगरानी रखी जाए।

पर्यटन पर अस्थायी रोक: भारी बारिश व असामान्य मौसम के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगाई जाए।

जनता को जागरूक करें: जिला सूचना अधिकारी चेतावनी को मीडिया के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाएं और लोगों को घरों में रहने की सलाह दें।

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भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में उपकरण पहले से तैनात रहें।

जनता से अपील:
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे भारी बारिश और बाढ़ के जोखिम को देखते हुए अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, नदियों के किनारे जाने से बचें और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।

आपदा की स्थिति में तत्काल संपर्क करें:
राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के नंबरों पर किसी भी आपदा की सूचना तत्काल दें:
📞 0135-2710335, 0135-2710334
📞 टोल फ्री: 1070
📱 मोबाइल: 9058441404, 8215867005

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से यह चेतावनी आम जनता की सुरक्षा हेतु जारी की गई है। कृपया सतर्क रहें, सहयोग करें और सुरक्षित रहें।

हिल दर्पण डेस्क

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