उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में वन विभाग के अंतर्गत तैनात सैकड़ों अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह तबादले मंडल, वृत्त और वन प्रभाग स्तर पर किए जा रहे हैं। तबादला सूची तैयार कर मुख्य वन संरक्षक (कुमाऊं) के कार्यालय को भेज दी गई है, जहां से अंतिम स्वीकृति के बाद प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, कुमाऊं मंडल के पश्चिमी वृत्त, दक्षिणी कुमाऊं और उत्तरीय कुमाऊं — इन तीन प्रमुख हिस्सों के अंतर्गत आने वाले 12 से अधिक वन प्रभागों में तैनात करीब 400 से अधिक रेंजर, फॉरेस्टर, फॉरेस्ट गार्ड, प्रशासनिक अधिकारी एवं क्लर्क तबादला प्रक्रिया के दायरे में हैं।
तबादले की प्रक्रिया सुगम और दुर्गम क्षेत्रों में की गई सेवा अवधि के आधार पर की जा रही है। जिन कार्मिकों ने लंबे समय तक सुगम क्षेत्रों में सेवाएं दी हैं, उन्हें दुर्गम क्षेत्रों में भेजा जाएगा और वहीं दुर्गम क्षेत्रों में लंबे समय से कार्यरत कर्मचारियों को सुगम स्थानों पर तबादले का लाभ मिल सकता है।
कुमाऊं मंडल के सभी वन प्रभागों से मुख्य वन संरक्षक (कुमाऊं), डॉ. धीरज पांडे को कर्मचारियों की सेवा अवधि, पदस्थापन क्षेत्र और दुर्गमता स्तर से संबंधित विस्तृत जानकारी भेज दी गई है। अब इस सूचना के आधार पर स्थानांतरण की अंतिम सूची को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया चल रही है।
तबादलों की इस व्यापक प्रक्रिया का उद्देश्य विभागीय कार्यों में नवीन ऊर्जा का संचार करना, कार्मिकों के अनुभवों का संतुलन स्थापित करना और दुर्गम क्षेत्रों में भी प्रभावी वन संरक्षण सुनिश्चित करना है।
संभावना है कि आने वाले कुछ दिनों में तबादला सूची सार्वजनिक कर दी जाएगी, जिससे संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को नई तैनाती स्थल पर रिपोर्ट करने का समय मिल सके।