उत्तराखण्ड कुमाऊं गढ़वाल देहरादून राजनीति

उत्तराखंड…कांग्रेस ने इन नेताओं को सौंपे अहम दायित्व

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी संगठनात्मक मजबूती की दिशा में लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा चलाए जा रहे संगठन सृजन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने एक समन्वय समिति का गठन किया है। इस समिति का उद्देश्य पर्यवेक्षकों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करना और उनके आवास, परिवहन सहित अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना है।

यह भी पढ़ें 👉  दीपावली से पहले धमाका!...घर के अंदर छिपा था 'बारूद का ढेर', ऐसे खुली साजिश

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने बताया कि इस समन्वय समिति में वरिष्ठ नेता और विधायक सुमित हृदयेश, विधायक लखपत बुटोला, प्रदेश महामंत्री (संगठन) विजय सारस्वत और जिला अध्यक्ष (परवादून) मोहित उनियाल को शामिल किया गया है।

यह भी पढ़ें 👉  फेसबुक रोमांस से ड्रामा!...अब कानून के शिकंजे में फंसी महिला, जल्द डिपोर्टेशन!

उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा राज्य के सभी जनपदों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं, जो संगठन के पुनर्गठन और मजबूती पर काम कर रहे हैं। यह समन्वय समिति पर्यवेक्षकों के साथ मिलकर विभिन्न जिलों में बैठकों और दौरे की योजनाओं को क्रियान्वित करेगी।

यह भी पढ़ें 👉  शिक्षकों को बड़ी राहत...वसूली पर रोक, अफसरों पर गिरेगी गाज

सूचनार्थ, इस आदेश की प्रतिलिपि कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, सह प्रभारी परगट सिंह, सुरेन्द्र शर्मा, सभी पर्यवेक्षकों और समिति के सदस्यों को भेज दी गई है।

 

Ad
हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में