उत्तराखंड में निकाय चुनाव को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। इस बीच चमोली जिले की कर्णप्रयाग नगर पालिका के अध्यक्ष पद के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे जय प्रकाश टम्टा ने चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया है, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। उन्होंने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा कि वह अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) को अपना समर्थन देंगे। हालांकि, जय प्रकाश टम्टा ने कल नामांकन वापसी का आखिरी दिन था, तब नाम वापस नहीं लिया था।
कर्णप्रयाग नगर पालिका के अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है। बीजेपी ने गणेश शाह को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने रामदयाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। इन दोनों प्रमुख दलों के अलावा, निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी चुनावी मैदान में अपनी ताकत दिखाई है, जिसमें जय प्रकाश टम्टा समेत छह अन्य निर्दलीय प्रत्याशी भी शामिल हैं।
भूपालराम टम्टा, जो वर्तमान में थराली के विधायक हैं, के बेटे जय प्रकाश टम्टा का चुनावी मैदान में उतरना भाजपा के लिए असहज स्थिति उत्पन्न कर रहा था। हालांकि, अब जय प्रकाश टम्टा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे और भाजपा को अपना पूरा समर्थन देंगे।
जय प्रकाश टम्टा ने बताया कि उनके बड़े भाई ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता की थी, और मुख्यमंत्री के निर्देश पर उन्होंने चुनाव न लड़ने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि वह नामांकन वापसी के आखिरी दिन कर्णप्रयाग से बाहर थे, इसलिए नाम वापस नहीं कर पाए, लेकिन अब उनका पूरा समर्थन भाजपा को है।