उत्तराखण्ड गढ़वाल जन मुद्दे देहरादून

उत्तराखंड कैबिनेट….इन अहम मुद्दों पर मुहर, पढ़ें खबर विस्तार से

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लगभग 30 प्रस्तावों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाना है।

बैठक में कई प्रस्तावों को मंजूरी दी गई, जिससे जनता को सीधा फायदा होगा। कैबिनेट ब्रीफिंग के दौरान, यूसीसी नियमावली के संबंध में पूछे गए सवाल पर सीएम के सचिव शैलेश बगौली ने बताया कि यूसीसी मैनुअल को प्रशिक्षण के लिए विधायी विभाग को भेजा गया है।पशुपालन : पहाड़ की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए योजना बनी।

10 हजार भेड़ बकरी पालक आईटीबीपी को मटन देंगे।

1000 कुकुर पालक, 500 फिशरमैन आईटीबीपी को ट्राउट फिश उपलब्ध कराएंगे।

2000 करोड़ की कमाई होगी।

चमोली, पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी से। सहकारी समितियां ये सप्लाई देंगी।

सीएम धामी ने गत वर्ष ये इच्छा जताई थी। शासन 5 करोड़ का रिवोल्विंग फंड मिला है।

यह भी पढ़ें 👉  लाखों की फिरौती .....छात्रा ने रच दी खुद के अपहरण की साजिश, वजह जान सब हैरान

दो दिन के भीतर पैसा मिलेगा। गैप फिलिंग के लिए 4 करोड़ देगा शासन

मानव वन्य जीव संघर्ष निधि नियमावली को मंजूरी

-मानव वन्य जीव संघर्ष वितरण, आयुष्मान और आर्थिक लाभ साथ मिलेंगे।

-पालतू जानवर के मारे जाने की पुष्टि ग्राम प्रधान और वन अधिकारी करेंगे तो माना जाएगा।

-उत्तराखंड मानव वन्य जीव संघर्ष निधि नियमावली को मंजूरी। दो करोड़ का फंड।

एक साल में जीपीएफ में पांच लाख तक ही जमा कर पाएंगे

-सिविल न्यायालय विकासनगर 358 वर्ग मीटर भूमि एक रुपए की दर पर दी गई।

-उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विभाग की नियमावली में सीएस डीएस तकनीशियन को ओटी में डिग्री या डिप्लोमा होने पर भी चयन हो सकेगा

-औषधि नियंत्रण विभाग में उप औषधि नियंत्रक का पद सृजित करने को मंजूरी

-एक साल में जीपीएफ में पांच लाख तक ही जमा कर पाएंगे।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड मौसम.....सताने लगी सूखी ठंड, टूटने लगा रिकॉर्ड, ये हैं आसार

उच्च शिक्षा विभाग पांच मेधावियों को देगा खास तोहफा

-अधीनस्थ लेखा परीक्षा संवर्ग सेवा नियमावली में संशोधन।

-कौशल विकास विभाग के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में आने वाले अभ्यर्थियों को भोजन और ठहरने की व्यवस्था सरकार करेगी।

-उच्च शिक्षा विभाग में पढ़ने वाले पांच मेधावी छात्रों का चयन करके यूनाइटेड किंगडम में पढ़ने की व्यवस्था होगी।

-हरिद्वार के सिडकुल में हेलीपोर्ट बनाने के लिए जमीन पर निर्णय के लिए सीएम को अधिकृत किया गया। 8092 वर्ग मीटर जमीन का है प्रस्ताव

एमएसएमई : यूके इस्पाइस सोसाइटी में 17 पद सर्जन को मंजूरी

-न्यायिक उच्चतर सेवा नियमावली में जो भी सिलेबस होगा। हाई कोर्ट प्रस्तावित करेगा। सरकार उसे स्वीकार करेगी।

-नियामक आयोग की वार्षिक रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर रखने को मंजूरी।

-पशु सेवा केंद्र चौरा मेहता को पशु चिकित्सालय में बदलने, 4 पद सृजन को मंजूरी।

-वीर चक्र, कीर्ति चक्र आदि को निशुल्क सेवा के बजट की व्यवस्था परिवहन निगम ही करेगा।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड.....सरकार ने खेल प्रशिक्षकों को दिया ये बड़ा तोहफा

-जल जीवन मिशन की सुचारू संचालन के लिए सारा और स्किल विभाग के अधिकारी भी शामिल होंगे।

-उत्तराखंड उत्तर प्रदेश नगर पालिका के तहत सेवानिवृत्ति नियमावली में संशोधन। 2007 से छूटे हुए लोगों को भी पेंशन पर मुहर।

मलिन बस्तियों को राहत

-विशेष प्राविधान संशोधन अध्यादेश को मंजूरी। सरकार मलिन बस्तियों के लिए अध्यादेश लाएगी। पहले 6 साल थे, उसे अब 3 साल बढ़ा दिया गया है।

-मलिन बस्तियों को राहत

-सरफेस वाटर में शुल्क की पूर्व में व्यवस्था थी। गैर कृषि कार्यों के लिए भूजल और स्प्रिंग जल पर दरें लागू। एक दिसम्बर को लागू होंगी।

-वाटर टैक्स लगेगा। एसओपी भी बनेगी।

-टेक्निकल एजुकेशन : पुस्तकालयों के अर्हता में बदलाव।

-मुख्यमंत्री निशुल्क गैस रिफिल योजना के अवधि तीन साल बढ़ाई।

-लकड़ी की प्रजातियों की दरों के लिए आईआईएम काशीपुर अध्ययन करेगा।

हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में