एक चौंकाने वाले मामले में फर्जी पहचान से कोचिंग सेंटर चलानेऔर छात्राओं के साथ गलत काम करने का मामला सामने आया है। आरोपी युवक की पहचान असलम खान के रूप में हुई है, जो शहर के जीवाजी गंज क्षेत्र में ‘अभि इंसानियत’ नामक कंप्यूटर कोचिंग सेंटर चला रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
यह मामला मध्यप्रदेश के मुरैना जिले का है। पुलिस के अनुसार, असलम खान खुद को ‘अभि चौहान’ और ‘अभि राजपूत’ बताकर हिंदू छात्राओं को अपने सेंटर में एडमिशन देता था। आरोप है कि उसने कोचिंग सेंटर में गुप्त कैमरे (हिडन कैमरा) लगाए हुए थे, जिनके ज़रिए वह छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो बनाता था। कुछ वीडियो में नाबालिग छात्राएं भी शामिल पाई गईं।
स्थानीय नागरिकों ने जब इन वीडियो के कुछ फुटेज देखे तो आक्रोशित हो उठे और आरोपी को पकड़कर सिटी कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने बताया कि सेंटर से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं, जिनमें मेमोरी कार्ड्स में छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं।
पुलिस ने असलम के साथ उसके एक सहयोगी को भी गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी ने कुछ घटनाओं को अपने साथी के सामने भी अंजाम दिया। पुलिस को मौके से असलम के नाम का आधार कार्ड और उसके बैंक खाते की जानकारी भी मिली है, जिससे फीस जमा की जाती थी। आरोपी मूल रूप से भिंड जिले के गोरमी का निवासी है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पॉक्सो एक्ट और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना के सामने आने के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और हिंदू संगठनों ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।