यूट्यूब पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का एक फर्जी वीडियो अपलोड कर दिया गया। इस मामले में मध्य प्रदेश पुलिस ने वीडियो अपलोड करने वाले पर मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई उमा भारती के निजी सचिव की शिकायत पर की गई, जिसमें आरोप लगाया गया है कि वीडियो ने उनकी छवि को खराब करने का प्रयास किया है।
भोपाल पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वीडियो में यह दावा किया गया है कि एक आईपीएस अधिकारी ने उमा भारती को रिश्वत लेते पकड़ा। 40 सेकंड के इस वीडियो में पुरुष की आवाज में भ्रामक और आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं।
शिकायत के अनुसार, वीडियो में कहा गया है कि आईपीएस अधिकारी रूपा दिवाकर मोदगिल, जो कर्नाटक कैडर से हैं, उमा भारती के घर नौकरानी के रूप में गईं और उन्हें रिश्वत लेते समय गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता ने इसे भाजपा की वरिष्ठ नेता की छवि को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने का प्रयास बताया।
पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 336 (4) और 356 (2) के तहत मामला दर्ज किया है। उमा भारती, जो भाजपा की प्रमुख नेताओं में से एक हैं, दिसंबर 2003 से अगस्त 2004 तक मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। पुलिस अब मामले की छानबीन में जुटी है।