भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते युद्ध तनाव का प्रभाव अब धार्मिक पर्यटन पर भी दिखने लगा है। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) ने चारधाम यात्रा के लिए संचालित सभी हेलिकॉप्टर सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह निर्णय तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। वर्तमान में ये सेवाएं केवल आपात स्थिति में तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए ही उपलब्ध रहेंगी।
UCADA के इस फैसले से चारधाम यात्रा की रफ्तार पर सीधा असर पड़ा है। विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं को असुविधा हो रही है, जिन्होंने अपनी यात्रा की योजना हेलिकॉप्टर सेवाओं के माध्यम से बनाई थी।
यात्रा मार्ग पर स्थित होटलों में भी इसका असर साफ दिख रहा है। बदरीनाथ और केदारनाथ जैसे प्रमुख पड़ावों पर जून माह तक की बुकिंग रद्द होने लगी है। चारधाम होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश मेहता ने बताया कि, “भारत-पाक तनाव के कारण कई एयरपोर्ट्स बंद हो चुके हैं और उड़ानें रद्द हो रही हैं। दक्षिण भारत से आने वाले अधिकांश श्रद्धालु दिल्ली या देहरादून हवाई मार्ग से पहुंचते हैं। अब जब उड़ानें प्रभावित हो रही हैं, तो श्रद्धालु बुकिंग रद्द कर रहे हैं।”
स्थानीय होटल व्यवसायियों के अनुसार, यदि यही स्थिति बनी रही तो इस साल पर्यटन सीजन में बड़ा आर्थिक नुकसान हो सकता है।
उधर, साइबर हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। डीजीपी दीपम सेठ ने सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों और संदिग्ध लिंक को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने राज्य एसटीएफ (विशेष कार्यबल) को निर्देश दिए हैं कि वे सरकारी वेब पोर्टल्स और ऑनलाइन सिस्टम की सुरक्षा सुनिश्चित करें और किसी भी संभावित साइबर हमले के प्रति सतर्क रहें।
चारधाम यात्रा, जो उत्तराखंड की आस्था और आर्थिकी दोनों का आधार मानी जाती है, फिलहाल असमंजस की स्थिति में है। प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता मानते हुए हालात पर कड़ी निगरानी रखे हुए है।